लखनऊ। हाथरस हादसे के बाद बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) पहली बार नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के खिलाफ खुलकर बोलीं हैं। उन्होंने कहा है कि लोग बाबाओं के पाखंड में न फंसें। अपनी तकदीर खुद बदलें। बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलें। राजनीतिक स्वार्थ में कमजोर न पड़ें। मायावती (Mayawati) ने कहा कि देश में गरीबों, दलितों व पीड़ितों को अपनी गरीबी को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे बाबाओं के अन्धविश्वास और उसके पाखंडवाद के न फंसें।
बसपा चीफ (Mayawati) ने आगे कहा कि मेरी यही सलाह है कि बाबाओं के बहकावे में आकर अपने दुख और पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए। हाथरस कांड में बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह अन्य बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी जरूरी। मायावती ने लोगों से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलने की अपील की।
बाबा सूरजपाल के खिलाफ खुलकर बोलीं मायावती (Mayawati)
उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़। मायावती (Mayawati) एक अकेली ऐसी नेता हैं, जिन्होंने बाबा सूरजपाल के खिलाफ खुलकर बोली हैं।
हाथरस कांड के बाद पहली बार सामने आया ‘भोले बाबा’, बोला- -शासन-प्रशासन पर भरोसा
मायावती का बयान बाबा सूरजपाल के बयान के बाद आया है। हादसे के चार दिन बाद बाबा सूरजपाल उर्फ भोले बाबा पहली बार सामने आया और घटना पर दुख जताया।