लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर के प्रसिद्ध बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने के प्रस्ताव को बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने रद्द किए जाने की मांग की थी। इसी के बाद अब इस प्रस्ताव को वापस ले लिया गया है। प्रस्ताव को रद्द किए जाने के योगी सरकार के फैसले का बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने स्वागत किया है।
मायावती (Mayawati) ने अब सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करके उत्तर प्रदेश सरकार को इस फैसले के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में सरकार इस तरह के विवादास्पद कदमों को रोकने के लिए सख्ती बरतेगी।
मायावती ने अपने पोस्ट में साथ ही चेतावनी दी कि इस तरह के कदम सामाजिक शांति, भाईचारा और सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने पोस्ट में कहा, कानपुर के प्रसिद्ध बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने का यह अति-विवादित प्रस्ताव रद्द किए जाने की आज मीडिया में खबर छपी है, जिसका स्वागत और यूपी सरकार को इसके लिए धन्यवाद भी है। उम्मीद है कि सरकार आगे कहीं भी ऐसा कोई विवाद खड़ा करने के षडयंत्र को गंभीरता से लेकर इसके विरुद्ध सख्ती करेगी ताकि समाज में शांति-व्यवस्था, आपसी भाईचारा और सौहार्द का वातावरण बिगड़ने ना पाए।
कानपुर के प्रसिद्ध बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने का यह अति-विवादित प्रस्ताव रद्द किये जाने की आज मीडिया में ख़बर छपी है, जिसका स्वागत व यूपी सरकार को इसके लिये धन्यवाद भी है। उम्मीद है कि सरकार आगे अन्यत्र कहीं भी ऐसा कोई विवाद खड़ा करने के षडयंत्र को गंभीरता से लेकर इसके…
— Mayawati (@Mayawati) September 3, 2025
कानपुर के प्रसिद्ध बुद्धा पार्क में शिवालय पार्क बनाने का यह अति-विवादित प्रस्ताव रद्द किये जाने की आज मीडिया में ख़बर छपी है, जिसका स्वागत व यूपी सरकार को इसके लिये धन्यवाद भी है। उम्मीद है कि सरकार आगे अन्यत्र कहीं भी ऐसा कोई विवाद खड़ा करने के षडयंत्र को गंभीरता से लेकर इसके…
— Mayawati (@Mayawati) September 3, 2025
प्रस्ताव का किया था विरोध
कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र में मौजूद बुद्धा पार्क बौद्ध धर्म और डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अनुयायियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। हाल ही में सामने आया था कि सरकार ने इस पार्क के परिसर में शिवालय पार्क बनाने का प्रस्ताव रखा था। योगी सरकार के इस प्रस्ताव ने भारी विवाद को जन्म दिया, क्योंकि इसे बौद्ध समुदाय और अम्बेडकर अनुयायियों की भावनाओं के खिलाफ माना गया। साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार के इस कदम का कड़ा विरोध किया था।
इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए मायावती ने 31 अगस्त को एक्स हैंडल पर पोस्ट किया था। उन्होंने कहा, भारत के संविधान के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जहां पर विभिन्न धर्मों-जातियों के लोग रहते हैं और हर धर्म के लोगों के अपने-अपने पूजास्थल हैं, जिसके तहत ही कानपुर नगर में बुद्ध पार्क मौजूद है जो यह बौद्ध धर्म और अम्बेडकर अनुयायियों की आस्था का केंद्र है। लेकिन, प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरकार की ओर से इस बुद्ध पार्क में जो दूसरे धर्म के पूजा स्थल का निर्माण प्रस्तावित है, यह कतई भी उचित नहीं है। सरकार इसे तत्काल रोके, वरना यहां लोगों के बीच अशांति और घृणा फैल सकती है। हालांकि, अब सरकार ने इस प्रस्ताव को रद्द करने का कदम उठा लिया है।