भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में शानादर प्रदर्शन करते हुए तीसरे दौर (नॉकआउट) में जगह बना ली। ग्रुप जे के अपने दूसरे मुकाबले में सिंधु ने हांगकांग की च्युंग एनगान को 21-9 और 21-16 से शिकस्त दी।
उन्होंने दूसरे मैच में अपने प्रतिद्वंदी पर 36 मिनट में जीत दर्ज की। टोक्यो ओलंपिक में बैडमिंटन स्पर्धा में भारत की एक मात्र उम्मीद पीवी सिंधु बची हैं।
इस जीत के साथ दुनिया की नंबर 7 बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने च्युंग एनगान यी के खिलाफ अपनी जीत का रिकॉर्ड 6-0 कर लिया है। इससे पहले दोनों खिलाड़ियों के बीच पांच मुकाबले खेले गए और हर बार सिंधु जीतने में सफल रहीं। पीवी सिधु के आगे हांगकांग की खिलाड़ी की यह छठी हार है।
इस दूसरे मुकाबले में सिंधु पूरी तरह से अपने प्रतिद्वंदी पर हावी रहीं और उसका नतीजा यह हुआ कि सिंधु ने पहला गेम सिर्फ 15 मिनट में जीत लिया। इस दौरान सिंधु के आगे एनगान की एक न चली।
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दूसरे गेम की शुरुआत में सिंधु ने एनगान को टिकने नहीं दिया और चार अंकों की बढ़त बना ली। लेकिन इस दरम्यान हांगकांग की खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और 11-10 से आगे हो गई। सिंधु ने गेम अंतराल के बाद बेहतरीन वापसी करते हुए 13-12 की बढ़त बनाई। दूसरे गेम में सिंधु ने शानदार खेल दिखाते हुए लगातार पांच अंक अर्जित कर स्कोर 19-14 कर दिया। सिंधु ने दूसरा गेम 21 मिनट में जीता।
पीवी सिधु की इस धमाकेदार जीत के बाद टोक्यो ओलंपिक में उनसे पदक की उम्मीद की जा रही है। इससे पहले साल 2016 रियो ओलंपिक के दौरान उन्होंने रजत पदक जीता था। कैरोलिना मारिन के ओलंपिक से हटने के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि सिंधु अपने पदक का रंग बदलने में जरूरी सफल होंगी।