नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और किसानों के बीच बैठक खत्म हो गई है। किसान नेता बैठक से बाहर आ चुके हैं। किसानों और सरकार के बीच बैठक का दौर करीब दो घंटे तक चला।
किसान नेताओं ने बैठक के बाद बताया कि सरकार कल संशोधन पर लिखित प्रस्ताव देगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि वह लिखित में संशोधन प्रस्ताव देगी। इस बैठक में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।
किसान नेता हनन मुला ने कहा कि सरकार कल बैठक नहीं होगी। सरकार कल नया प्रस्ताव देगी। गृह मंत्री ने आश्वासन दिया है कि संशोधन के लिए सरकार की ओर से कल नया प्रस्ताव दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर हम बैठक करेंगे। वहीं, सूत्रों ने बताया कि सरकार कानून वापस नहीं लेगी। एपीएमसी पर सरकार किसान संगठनों को नया प्रस्ताव देगी।
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इससे पहले किसान नेता आर.एस. मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘बीच का कोई रास्ता नहीं है। मनसा ने दावा किया कि केंद्र सरकार ‘भारत बंद’ के सामने झुक गई है। एक अन्य नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि ‘भारत बंद’ सफल रहा और केंद्र सरकार को अब पता है कि उसके पास कोई रास्ता नहीं है।
स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 25 राज्यों में करीब 10,000 जगहों पर बंद आहूत किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि प्रदर्शनकारी बुराड़ी के मैदान नहीं जाएंगे क्योंकि यह एक ‘खुली जेल’ है। उन्होंने रामलीला मैदान में प्रदर्शन की अनुमति देने की मांग की। किसान नेताओं ने कहा कि वे दिल्ली और हरियाणा की जनता को परेशान नहीं करना चाहते।
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राकेश टिकैत, गुरुनाम सिंह चढ़ूनी, हनन मुला, शिव कुमार कक्का जी, बलवीर सिंह राजेवाल, रुलदू मानसा, बूटा सिंह बुर्जगिल, हरिंदर सिंह लखोवाल, दर्शन पाल, कुलवंत सिंह संधू, बोध सिंह मानसा।