नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई बैठक में कोई भी नतीजा नहीं निकल सका है। किसान नेता ने बताया कि फिर से तीन दिसंबर को बातचीत होगी। वहीं, केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा से आए हजारों किसानों का पिछले पांच दिनों से हल्ला बोल जारी है। देश की राजधानी दिल्ली की सीमा पर हजारों किसान पिछले पांच दिनों से धरना पर डटे हैं और आज उनके प्रदर्शन का छठा दिन है।
Our movement against Farm Laws will continue & we'll definitely take back something from the Govt, be it bullets or a peaceful solution. We'll come back for more discussions with them: Chanda Singh, Member of Farmers' Delegation who met Union Agriculture Minister in Delhi today pic.twitter.com/YgenF7koXN
— ANI (@ANI) December 1, 2020
चंदा सिंह ने कहा कि हमारा आंदोलन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी रहेगा। हम सरकार से जरूर कुछ वापस लेकर रहेंगे। हम फिर से सरकार से बातचीत करने के लिए वापस आएंगे। विज्ञान भवन में किसान नेताओं के साथ चल रही बैठक के दौरान सरकार ने किसानों से कहा कि आप अपने संगठन से 4-5 लोगों के नाम दे दीजिए। हम एक कमेटी बनाएंगे, जिसमें सरकार और किसान संगठन से जुड़े लोग रहेंगे और नए कृषि कानूनों पर चर्चा होगी। किसानों के साथ बातचीत में केंद्र सरकार अभी किसानों को एमएसपी और मंडियों के बारे में प्रेजेंटेशन देते हुए विस्तृत जानकारी दे रही है।
We appeal to the farmers to suspend the protests and come for the talks. However, this decision depends on farmers' unions and farmers: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar https://t.co/gfIKF52ze4
— ANI (@ANI) December 1, 2020
किसान संगठनों के साथ बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बैठक अच्छी रही और हमने फैसला लिया है कि फिर से 3 दिसंबर को बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि एक छोटा सा समूह बनाया जाए, लेकिन किसान नेता चाहते हैं कि सभी से बातचीत हो। हमें इससे कोई समस्या नहीं है।