लखनऊ। प्रदेश में विद्युत व्यवस्था सुचारू रहे, इसके लिए पावर कारपोरेशन युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है। इस क्रम में प्रदेश के सबसे अधिक क्षमता के ताप विद्युत गृह अनपरा (2630 मेवा ) की इकाइयों के लिए 10 लाख मीट्रिक टन कोयला भारत सरकार की संस्था नार्दन कोल फील्ड लि की खदानों से रोड कम रेल माध्यम से लेने का निर्णय लिया गया है। कोयले की शीघ्र आपूर्ति हेतु औपचारिकताएं पूर्ण करने का कार्य प्रारम्भ हो गया है।
स्रोत मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने दी यह जानकारी
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि इस अतिरिक्त कोयले की आपूर्ति से अनपरा उत्पादन गृह में कोयले का पर्याप्त भण्डारण बना रहेगा, जिसका उपयोग अवश्यक्तानुसार किया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि अनपरा में उत्पादित सम्पूर्ण बिजली का उपयोग प्रदेश की आपूर्ति व्यवस्था में होता है।
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ऊर्जामंत्री ने बताया है कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए टोल फ्री नम्बर 1912 की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। स्थानीय दोषों को कम से कम समय में ठीक कराने की कोशिश हो रही है।
अप्रैल माह में 1912 टोल फ्री नम्बर पर पूरे प्रदेश से ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्त्ता सम्बन्धी 17069 शिकायतें प्राप्त हुयी, जिसमें 16416 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया। इसी तरह 180357 शिकायतें विद्युत आपूर्ति सम्बन्धी प्राप्त हुयी उसमें भी 177838 शिकायतों का कम से कम समय में निस्तारण कर दिया गया।