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आइब्रो को और खूबसूरत रूप दे सकती हैं माइक्रोब्लेडिंग देखें जरुर

लाइफस्टाइल डेस्क। खूबसूरत, घनी और वेलशेप्ड भौहें किसी के भी चहरे को एक अलग और स्टाइलिश रूप दे सकती हैं। आप अक्सर एम्मा वाटसन, दीपिका पादुकोण और लिली कोलिन्स जैसे सेलेब्स की आइब्रोज देख कर सोचती होंगी कि काश, आपके भी ऐसे ही आइब्रो होते।

वहीं जिन लोगों को प्लकिंग पसंद नहीं, वे एक नई तकनीक ‘माइक्रोब्लेडिंग’ के द्वारा आइब्रो बनवा सकती हैं। खास बात ये हैं, कि इसमें थ्रेडिंग जितना दर्द नहीं होता और ये पूरी तरह से प्राकृतिक दिखने वाली फुलर आइब्रो का भी रहस्य भी हैं। माइक्रोब्लेडिंग एक दर्द मु्क्त और लंबे समय तक के लिए आइब्रो को एक अच्छा शेप देना का कारगार उपाय हो सकता है। आइए विस्तार से इसके बारे में जानते हैं। स्वास्थ्य ग्रूमिंग त्‍वचा की देखभाल

खूबसूरत, घनी और वेलशेप्ड भौहें किसी के भी चहरे को एक अलग और स्टाइलिश रूप दे सकती हैं। आप अक्सर एम्मा वाटसन, दीपिका पादुकोण और लिली कोलिन्स जैसे सेलेब्स की आइब्रोज देख कर सोचती होंगी कि काश! आपके भी ऐसे ही आइब्रो होते। वहीं जिन लोगों को प्लकिंग पसंद नहीं, वे एक नई तकनीक ‘माइक्रोब्लेडिंग’ के द्वारा आइब्रो बनवा सकती हैं। खास बात ये है कि इसमें थ्रेडिंग जितना दर्द नहीं होता और ये पूरी तरह से प्राकृतिक दिखने वाली फुलर आइब्रो का भी रहस्य भी है। माइक्रोब्लेडिंग एक दर्द मु्क्त और लंबे समय तक के लिए आइब्रो को एक अच्छा शेप देना का कारगार उपाय हो सकता है। आइए विस्तार से इसके बारे में जानते हैं।

माइक्रोब्लेडिंग क्या हैं

माइक्रोब्लेडिंग, आइब्रो आर्किटेक्चर का एक रूप है, जो प्रत्येक चेहरे के लिए सबसे अच्छा भौंह आकार बनाने के बारे में हैं। अत्यधिक सटीकता के साथ, एक उपकरण जो प्रभावी रूप से पेन की तरह काम करता है, उसका इसमें इस्तेमाल किया जाता है। इस पेन में 10-12 छोटी सुइयों के साथ निब का ब्लेड होता हैं, जो त्वचा को घुसना नहीं करता हैं,बस सतह को नाजुक रूप से खरोंचता हैं। ये बस भौंहों के आसपास के एपिडर्मिस परत को ठीक करके इसे एक बेहतर और अच्छा शेप देता हैं। वहीं आइब्रो को एक लंबे समय तक चलने वाला लुक देता हैं। वहीं इसमें कई तरीकों के तकनीकों का उपयोग भी किया जा सकता हैं। जैसे  आइब्रोज रंगवाना इत्यादि।

माइक्रोब्लेडिंग कितने समय तक चलती हैं

माइक्रोब्लेडिंग करवाने के बाद आपको लगभग एक महीने में आइब्रोज में किसी भी टच-अप की आवश्यकता नहीं होगी। आमतौर पर, आपकी जीवनशैली और त्वचा के प्रकार के आधार पर माइक्रोब्लेडिंग 12 महीने से लेकर तीन साल तक चल सकती हैं। थोड़ी अधिक ऑयली त्वचा वाले लोगों के लिए, ये 12 महीने तक चल सकती हैं, तो वहीं यह सामान्य त्वचा वाले लोगों के लिए 18 महीने तक रह सकता हैं। वहीं माइक्रोब्लेडिंग के बाद आइब्रो को न बढ़ने देने के लिए आप सूरज की रोशनी से थोड़ी दूरी बनाएं रखें क्योंकि ये आपके भौंह के पास रेटिनॉल और ग्लाइकोलिक एसिड जैसे एक्सफ़ोलीएंट्स को कम कर सकता है।

क्या माइक्रोब्लेडिंग में आप घायल हो सकती हैं

यह चोट नहीं करता है पर थोड़े देर के लिए सेंसिटिविटी सी महसूस हो सकती है। ये प्रक्रिया दर्दनाक नहीं है। वहीं इस प्रक्रिया को शुरू होने से पहले आईब्रो को मसाज दिया जाता है। वहीं इसमें कभी-कभी ब्लेड की आवाज भी होती है, जिसे लोग डरावना समझते हैं, पर ज्याजा डरने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा, पूरी प्रक्रिया बहुत तेज है और जल्दी हो जाता है।

कुछ माइक्रोब्लेडिंग नियम

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