नई दिल्ली। राज्य के गृह और जेल मंत्री की जेल के चार दिवारी में मसाज के वीडियो से बदनाम दिल्ली की जेलों का तिलिस्म धीरे-धीरे टूटने लगा है। नव-नियुक्त डीजी जेल ने जब यहां स्थित मंडोली जेल (Mandoli Jail) पर छापेमारी करवाई तो, पता चला कि जेल मंत्री की मसाज के संग यहां तो और भी तमाम काले कारनामे अंजाम दिए जाते हैं। छापों के दौरान कैदियों के कब्जे से बड़ी तादाद में मोबाइल फोन और चाकू बरामद हुए हैं।
यह दिल्ली की उस जेल का वक्या है, जहां कहते हैं कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। छापे मारे जाने की घटना रविवार यानी 18 दिसंबर की रात की बताई जाती है। छापेमारी की जानकारी डीजी जेल संजय बेनीवाल के अलावा जेल मुख्यालय के चंद अफसरों को ही थी। लिहाजा ‘रेड’ कामयाब रही। नतीजा यह हुआ कि जेल के भीतर कैद मुजरिमों के कब्जे से 8 चाकू और 8 मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए। यहां बताना जरूरी है कि दिल्ली की जेलों में कैदियों द्वारा मोबाइल और चाकू जेल के अंदर इस्तेमाल किए जाने को लेकर ही अक्सर बदनाम रही हैं।
नए डीजी के पद संभालते ही पहली छापेमारी रही सफल
संजय बेनीवाल ने जेल डीजी की जिम्मेदारी संभाली तब से यह पहला मौका है जब, संजय बेनीवाल ने अपनी अधीन दिल्ली की किसी जेल (मंडोली जेल) पर इस कदर का सफल ऑपरेशन (छापेमारी) कराया हो। जिसकी भनक न तो कैदियों को लगी न ही जेल स्टाफ को। इस छापामारी से मंडोली जेल में बंद कैदी जितने हलकान हुए पड़े हैं, उससे कहीं ज्यादा हालात खराब हुई है।
दिल्ली की जेलों में तैनात कुछ भ्रष्ट जेलाधिकारी और सुरक्षाकर्मियों की। दिल्ली जेल महानिदेशालय के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो, इस छापामारी में दो डिप्टी जेल सुपरिटेंडेंट और तीन हेड वार्डन के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। 18 दिसंबर 2022 की रात को यह रेड मंडोली स्थित जेल नंबर 12 व 13 में होने की खबर है।