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विदेश राज्यमंत्री बोले-संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता पाना भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता

विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन V Muraleedharaan, MoS MEA

विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। क्या संयुक्त राष्ट्र की स्थायी सीट हासिल करने के लिए भारत ने गंभीर प्रयास किए हैं? इसके लिखित जवाब में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता पाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। जो समकालीन वैश्विक वास्तविकताओं को दर्शाता है। अन्य सुधार वाले देशों के सहयोग से भारत यूएनएससी में स्थायी और गैर-स्थायी दोनों श्रेणियों में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के बीच समर्थन बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।’

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विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने पाकिस्तान को लेकर राज्यसभा में लिखित जवाब देते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है। हमारी सुसंगत स्थिति यह है कि आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त शांतिपूर्ण वातावरण में भारत और पाक के बीच किसी भी द्विपक्षीय मुद्दे का हल किया जाना चाहिए। यह पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वो अनुकूल माहौल बनाए।

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विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि 14,12,835 भारतीय नागरिकों को वंदे भारत मिशन के माध्यम से स्वदेश लाया गया है। यह प्रक्रिया अब भी जारी है।

विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि चार अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एक तथाकथित ‘राजनीतिक मानचित्र’ का अनावरण किया, जिसमें उन्होंने गुजरात, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे क्षेत्रों को लेकर अस्थिर दावे किए है। हमारी सरकार ने पाक के इन दावों को खारिज कर दिया है। भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि पाक को भारतीय क्षेत्रों को लेकर ऐसे अस्थिर दावे करने से बचना चाहिए जिनकी कोई कानूनी या अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता नहीं है।

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विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि भारत ने सभी हितधारकों से निकटता से परामर्श किया और एच1बी वीजा कार्यक्रम से संबंधित भारतीय पेशेवरों की परेशानियों से जुड़े मुद्दों पर अमेरिकी प्रशासन और कांग्रेस के साथ मिलकर काम किया है।

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