कांग्रेस ने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा है कि सात साल से देश के अन्नदाता के साथ पाखंड कर उनका दमन किया जा रहा है उनके अधिकारों का हनन हो रहा है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार कभी किसानों पर लाठी बरसाती है, कभी आँसू गैस छोड़ती है, तो कभी उनकी राहों में कील और काँटे बिछाती है। सड़कों पर सोने को मजबूर किसानों को सरकार कभी आतंकी, कभी खालिस्तानी बताती है।
किसानों के साथ कांग्रेस की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी किसानों के आज आयोजित प्रदर्शन का समर्थन करती है और अधिकारों की हर लड़ाई में देश के किसान के साथ खड़ी है। उनका कहना था कि सरकार पिछले सात माह से किसानों को प्रताड़ित कर रही है और उन्हें परास्त करने के लिए षडयंत्र कर रही है।
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श्री सुरजेवाला ने कहा कि 2014 में मोदी सरकार ने सबसे पहले अध्यादेश के माध्यम से किसानों की ज़मीन हड़पने की कोशिश की। फिर उन्हें समर्थन मूल्य पर लागत के साथ 50 प्रतिशत मुनाफा देने से इंकार कर दिया। वर्ष 2018 में किसान सम्मान निधि से देश के 14 करोड़ 65 लाख किसानों को वंचित किया।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि एक तरफ़ सरकार किसानों को छह हज़ार रुपए प्रतिवर्ष सम्मान निधि देकर किसानों की मदद की बात करती है तो दूसरी तरफ बीते छह वर्षों में डीज़ल की कीमत 55.49 रुपए से बढ़ाकर 88.65 रुपये प्रति लीटर कर दी है। इस तरह से सरकार ने छह साल में लगभग 33.16 रुपये प्रति लीटर डीज़ल के दाम बढ़ाये हैं।
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उन्होंने कहा कि इसी प्रकार खेती में लगने वाले इनपुट जैसे उर्वरक, कीटनाशक, फेरोमान ट्रैप, ट्रैक्टर, ड्रिप और स्प्रिंकलर एवं अन्य उपकरणों पर पांच से 18 प्रतिशत तक जीएसटी लगने से खेती का लागत मूल्य लगभग 20 हज़ार रुपये प्रति हेक्टेयर बढ़ा दिया है। मतलब कि एक तरफ सरकार छह हज़ार रुपए सालाना किसान को देने का स्वाँग रचती है और दूसरी ओर किसान की जेब से 20 हज़ार रुपए प्रति हेक्टेयर निकाल लेते हैं।
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श्री सुरजेवाला ने कहा कि फिर यह सरकार कृषि विरोधी तीन क्रूर और काले कानून लेकर आई है जिनसे किसान की मेहनत से पूंजीपतियों का फ़ायदा सुनिश्चित किया गया है।