आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार को कहा कि सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर केंद्र सरकार आरक्षण को खत्म करना चाहती है।
उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि उनकी पार्टी शुरू से निजीकरण का विरोध कर रही है। तमाम सरकारी संस्थानों विभागों का निजीकरण करने में जुटी केंद्र सरकार इस तरह आरक्षण हटाने की साजिश रच रही है। एक समय भाजपा निजीकरण की सबसे बड़ी विरोधी थी और आज भाजपा ही इसकी सबसे बड़ी समर्थक है। इसी के लिए एफडीआई में विदेशी पूंजी निवेश 49 से बढ़ाकर 75 करने की तैयारी है।
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राज्यसभा सांसद ने कहा कि एक तरफ किसान काले कानूनों के खिलाफ बलिदान दे रहे हैं, दूसरी ओर नौजवान नौकरी के लिए लाठियां खा रहा है। इन सब पर ध्यान न देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चंद पूंजीपति मित्रों की तिजोरी भरने के लिए सरकार का पूरा जोर निजीकरण पर है। आम आदमी पार्टी पुरजोर तरीके से इस मुद्दे पर विरोध दर्ज कराती रहेगी।
उन्होने कहा कि देश की जनता भी भाजपा का असली चेहरा देख चुकी है। आने वाले चुनाव में भाजपा की विदाई तय है।