किसान आंदोलन को लेकर कथित रूप से नरेंद्र मोदी सरकार के अड़ियल व्यवहार से व्यथित होकर आत्महत्या करने वाले संत राम सिंह के प्रति शोक व्यक्त करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई ने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि केंद्र सरकार ने राम सिंह की ‘हत्या‘ की है।
पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में पंजाब मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह ने कहा कि किसानों के आंदोलन में शामिल संत राम सिंह की तरफ से उठाया गया यह कदम आत्महत्या नहीं बल्कि मोदी सरकार द्वारा की गई ‘हत्या‘ है।
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जरनैल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार का किसानों और किसान आंदोलन के प्रति ‘अमानवीय‘ व्यवहार बेहद घिनौना और निंदनीय है।
आप नेता ने अपील की कि केंद्र अपना असंवेदनशील व्यवहार छोड़ कर किसानों की मांगों को तुरंत स्वीकार करे। उन्होंने ने कहा कि दिल्ली आंदोलन के दौरान संत बाबा राम सिंह समेत अब तक 20 से अधिक किसान और समर्थक कड़ाके की सर्दी, बीमारियों और हादसों के कारण मारे गये हैं।
जिसके मद्देनजर न केवल मोदी सरकार को ‘अड़ियल‘ रवैया छोड़ना चाहिए, बल्कि ‘शहीद’ होने वाले इन किसानों के परिवारों की मदद के लिए केंद्र और प्रदेश सरकारों की ओर से एक विशेष नीति का ऐलान करना चाहिए, जिसके अंतर्गत इनका सारा कर्ज माफ किया जाए, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और उचित मुआवजा भी पीड़ित परिवारों को दिया जाए।