गाजियाबाद। गाजियाबाद के दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के विद्यार्थी मोहित पांडे (Mohit Pandey) अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) के पुजारी होंगे। मोहित पांडे का राम मंदिर के पुजारी के रूप में चयन किया गया है। जानकारी के मुताबिक मोहित ने सात साल तक अध्ययन किया और साथ ही तिरुपति स्थित तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से संबद्ध श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से स्नातक कर शास्त्री की उपाधि हासिल की। इसके बाद 2023 में मोहित पांडे (Mohit Pandey) ने सामवेद का अध्ययन करते हुए मास्टर डिग्री हासिल की है।
वह रामानंदीय परंपरा के विद्वान भी हैं और उन्हें वेद, शास्त्र और संस्कृत में विशेषज्ञता भी प्राप्त है। मोहित पांडे को गाजियाबाद के दूधेश्वर विद्या पीठ में दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में महंत, पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूनाइटिड हिंदू फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की देखरेख में विधा अध्यन का मौका भी मिला था।
वेद विद्यालय के मोहित पांडे (Mohit Pandey) बने राम मंदिर के पुजारी
अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी के तौर पर चयन स्थानीय लोगों का कहना है कि यह उनके लिए गर्व की बात है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाएगी। मंदिर में भगवान राम की सेवा के लिए पुजारियों की नियुक्ति होनी थी। जिसके लिए देश भर से 3 हजार वेदार्थियों और पुजारियों का इंटरव्यू लिया गया था। इसमें 30 वर्ष तक के विद्यार्थी इसमें हिस्सा ले सकते थे। इंटरव्यू के बाद 50 विद्यार्थियों का चयन राम मंदिर के पुजारी के रूप में किया गया है। इनमें श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के विद्यार्थी मोहित पांडे भी शामिल हैं।
मोहित पांडे समेत सभी चयनित विद्यार्थियों को पहले 6 माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, उसके बाद उन्हें भगवान राम की सेवा में नियुक्त किया जाएगा। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि मोहित पांडे का चयन राम मंदिर पुजारी के रूप में होना मंदिर, विद्यापीठ व गाजियाबाद ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश व देश के लिए भी गर्व का विषय है। भगवान दूधेश्वर की कृपा से ही श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के विद्यार्थी का चयन उनके ईष्ट भगवान राम की सेवा के लिए हुआ।
राम मंदिर में पुजारी बनने के लिए 3000 लोगों ने किया अप्लाई, इतने हुए इंटरव्यू के लिए स्लेक्ट
वहीं सिद्ध समाधि वाले गुरू मूर्तियों की कृपा से श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्य नित्यानंद भी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल रहेंगे। वे 8 जनवरी से 24 जनवरी तक वेद पाठ करें। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ आज उत्तर भारत का सबसे बड़ा वेद व कर्मकांड का विद्यालय है, जिसमें देशभर से शिक्षार्थी वेद व कर्मकांड की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और विद्यालय, मंदिर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश व भारत का गौरव बढ़ाते हुए पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का परचम फहरा रहे हैं।