मार्गशीर्ष शुक्ल ग्यारस के दिन मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) व्रत रखा जाता है। इसी दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है। इस बार एकादशी की तिथि को लेकर संशय कहा जा रहा है। दरअसल कई पंचांगों में सोमवार को अष्टमी और नवमी तिथि एक दिन होने के कारण इस साल मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर की है। पंचांग के अनुसार अष्टमी 8 दिसंबर 2024, सुबह 9.44 से शुरू हुई थी और आज 9 दिसंबर 2024, सुबह 08.02 तक थी, इसके बाद नवमी तिथि आज है। अष्टम तिथि एक दिन होने के कारण एकादशी व्रत 11 दिसंबर को है।
मान्यतानुसार इस दिन उपवास करने से मन पवित्र होता है। कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। जाने अनजाने में अगर आपने कोई पाप किए हैं, इस व्रत को रखने से पापों से छुटकारा मिलता है। व्यक्ति जन्म-मरणके मोह से छूट जाता है।। इस बार एकादशी व्रत बुधवार को है, इसलिए इस दिन एकादशी पर भगवान विष्णु, कृष्ण से पहले भगवान गणपति की अराधना भी करें। इस दिन गीता पाठ पढ़ें।
किस समय शुरू हो रही है एकादशी
इस साल एकादशी 11 दिसंबर को तड़के 3.42 पर शुरू हो रही है और अगले दिन सुबह 1.09 मिनट तक रहेगी। इसका पारण अगले दिन सुबह 6.28 मिनट तक किया जा सकता है।
मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) का समय, तिथि और मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ 11 दिसंबर 2024 को प्रातः 03:42 बजे से
एकादशी तिथि 12 दिसंबर 2024 को सुबह 01:09 बजे समाप्त होगी
पारण का समय 12 दिसंबर, प्रातः 06:28 बजे से प्रातः 08:47 बजे तक
पारण दिवस हरि वासर समाप्ति क्षण 06:28 रात को