ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व बताया गया है. ग्रहों की उथल-पुथल हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती हैं. नवरात्रि (Navratri) से पहले 24 सितंबर को भी ग्रहों का एक बेहद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन शनि और बृहस्पति वक्री अवस्था में रहेंगे. कन्या राशि में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग पहले ही बना हुआ है.
24 सितंबर को शुक्र का राशि परिवर्तन है, जो नीचभंग राजयोग बनाएगा. इसके अलावा, भद्र राजयोग और हंस राजयोग का भी निर्माण होगा. साथ ही कन्या राशि में बुध, सूर्य और शुक्र का त्रियोग बनने वाला है. ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहों का ऐसा दुर्लभ संयोग 59 साल बाद बना है. पांच राशि के जातकों के लिए ये संयोग बेहद शुभ माना जा रहा है.
वृषभ राशि- ग्रहों के इस दुर्लभ संयोग के चलते वृष राशि के जातकों को व्यापार में लाभ होगा. धन लाभ और व्यापार में विस्तार के योग बनेंगे. नई योजनाएं फलदायी रहेंगी. अचानक हुए धन लाभ से मन प्रसन्न रहेगा. कर्ज में दिया रुपया भी वापस आ सकता है.
मिथुन राशि- मिथुन राशि में हंस नाम का राजयोग बन रहा है. इस राशि वालों को करियर और व्यापार के मोर्चे पर जबरदस्त लाभ मिल सकता है. नौकरी में भी कोई बड़ा पद मिल सकता है. पार्टनर के भाग्य से धन लाभ होगा. शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलेंगे. मान-सम्मान में वृद्धि होगी.
कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों के लिए भी ये संयोग शुभ रहने वाला है. नौकरी-व्यापार में तरक्की के योग बनेंगे. इस राशि में शुक्र नीचभंग राजयोग का निर्माण कर रहा है, जिसके चलते अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है. लंबे समय से रुके कार्य भी पूरे हो सकते हैं. निवेश के लिए भी समय बहुत शुभ रहेगा.
धनु राशि- धनु राशि में हंस, नीचभंग और भद्र नाम के राजयोग बन रहे हैं. व्यापारिक दृष्टिकोण से समय आपके लिए शुभ रहेगा. इस दौरान तकदीर चमकाने वाला प्रस्ताव भी आपको मिल सकता है. व्यापारिक मामलों में यात्राएं लाभ देंगी. घर-परिवार में भी खुशी का माहौल बना रहेगा.
मीन राशि- मीन राशि वालों की कुंडली में शनिदेव लाभ के स्थान पर बैठे हुए हैं. साथ ही इस राशि में नीचभंग राजयोग और भद्र नामक राजयोग बन रहा है. इसके चलते आपको नौकरी में नए अवसर मिल सकते हैं. पैसों की बचत होगी. तनख्वा में भी इजाफा हो सकता है. आय के स्रोत बढ़ेंगे. व्यापारिक दृष्टिकोण से भी ये राजयोग बहुत शुभ माने जा रहे हैं.