आंध्र प्रदेश में चक्रवात ‘मोंथा’ (Montha) ने तटीय इलाकों में दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह तूफान जल्द ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। शाम या रात तक इसके काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच तट से टकराने की संभावना जताई गई है। हवा की रफ्तार 90 से 110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
रेड अलर्ट जारी
IMD अमरावती ने राज्य के कई जिलों — कृष्णा, गुंटूर, एलुरु, गोदावरी, बापटला, प्रकाशम, विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम आदि — में रेड अलर्ट जारी किया है। भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जबकि प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
प्रशासन हाई अलर्ट पर
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख प्रखर जैन ने बताया कि तटीय जिलों में तेज हवाएं और भारी बारिश शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछले छह घंटे में चक्रवात करीब 18 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ा है। सभी जिलों में आपात टीमें, पुनर्वास केंद्र और राहत दल तैनात किए गए हैं।
एनटीआर जिले में 180 पुनर्वास केंद्र और 24 ड्रोन निगरानी पर लगाए गए हैं। विजयवाड़ा पुलिस कमिश्नर एसवी राजशेखर बाबू के मुताबिक, हर वार्ड में अधिकारी तैनात हैं और 360 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
कई जिलों में जनजीवन प्रभावित
चित्तूर, एलुरु और काकीनाडा जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई नदियों में पानी का स्तर बढ़ने से सड़क संपर्क टूट गया, जबकि नागरी और तिरुट्टानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
काकीनाडा के तट पर ऊंची समुद्री लहरें उठ रही हैं। सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस ने उप्पदा, मायापट्टनम और सुरदापेट गांवों से लोगों को निकाला है।
श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की अपील
तिरुपति जिले के अधिकारी एस. वेंकटेश्वर ने कहा कि तटीय मंडलों में भारी वर्षा की संभावना है। लोगों से घरों के अंदर रहने और पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न होने की सलाह दी गई है। तिरुमाला जाने वाले श्रद्धालुओं से यात्रा स्थगित करने का अनुरोध किया गया है।
प्रशासन ने कहा है कि राज्य पूरी तरह तैयार और सतर्क है। राहत दल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात हैं।
