नई दिल्ली| आंध्र प्रदेश में इस साल दो लाख से ज्यादा छात्रों ने प्राइवेट स्कूलों को छोड़ सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है। मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी के द्वारा शिक्षा में किए गए सुधारों के कारण छात्रों ने इस साल प्राइवेट स्कूलों से ट्रांसफर लेकर सरकारी स्कूलों की तरफ रुख किया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने शिक्षा में कई सुधार किए हैं और इसी कारण इस साल अभिभावकों ने निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों का स्थानांतरण करवाया है और इसके लिए उन्हें 2.68 लाख छात्रों की एप्लीकेशन मिली है।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को पीछे छोड़ एलन मस्क बने
सीएमओ ने बताया कि इस साल कुल 42.46 लाख छात्रों ने सरकारी / सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में अपना एडमिशन कराया है। पिछले साल के आंकड़ों को देखते हुए इसबार यह 2.68 लाख अधिक है, 2019 में यह 39.78 लाख था।
इसके लिए सरकार की 2019 के बाद लागू की गई छात्र /अभिभावक-आधारित योजनाओं माना जा रहा है। उन योजनाओं की सफलता के कारण ही यह आंकड़ा इतना बढ़ पाया है। इन योजनाओं में जगन्नाला अम्मावोडी, नाडु-नेदु और जगन्ना विद्या कनुका की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
सीएमओ ने कहा, “पिछली सरकार की प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्शनल चूक और लापरवाही के कारण ही आंध्र प्रदेश राज्य में माता-पिता और छात्रों ने सरकारी स्कूलों या सहायता प्राप्त संस्थानों को छोड़ प्राइवेट स्कूलों को प्राथमिकता दी।”