जोरहाट (असम)। जिला मुख्यालय शहर जोरहाट नगर चौक बाजार में गुरुवार रात करीब 9ः15 बजे लगी आग (Fire) में लकड़ी आर टीन से बनीं 300 से अधिक दुकानें राख हो गई। यह दुकानें काफी पुरानी थीं। अग्निशमन विभाग की करीब 25 टीमों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। शुक्रवार सुबह आग को पूरी तरह बुझा दिया गया। यह जानकारी पुलिस ने दी। पीड़ित दुकानदार और उनके परिवारों में भारी मायूसी छाई है।
पुलिस के मुताबिक आग (Fire) की लपटें सबसे पहले एक कपड़े की दुकान से उठीं। देखते ही देखते आग भयावह हो गई और 300 से ज्यादा दुकानें जलकर राख हो गईं। स्थानीय विधायक हितेंद्र नाथ गोस्वामी और राज्यसभा सदस्य कामाख्या प्रसाद तासा ने मौके का मुआयना किया है।
स्थानीय सांसद और विधायक के मुताबिक इसके बाद एक बैठक हुई। बैठक में दुकानदारों को सरकार की ओर से हरसंभव आर्थिक मदद पहुंचाने का वादा किया गया।
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अधिकतर स्थानीय दुकानदारों ने आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई है। कुछ दुकानदारों ने जरूर कहा है कि यह उपद्रवियों का कारनामा है। जान-बूझकर आग लगाई गई है। वार्ड मेंबर का कहना है कि दुकानों के जल जाने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। जलकर राख हुई ज्यादातर दुकानों में कपड़ा और किराने का कारोबार होता था। कुछ दिन पहले पास के मारवाड़ी पट्टी में आग लगने से व्यापारिक प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान हुआ था।