उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले मे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत 36 हजार 5 सौ 25 श्रमिक अपने की गांवो मे कार्य कर रहे हैं और इनके खाते मे मजदूरी का भुगतान भेज दिया जाता है।
आधिकारिक सूत्रो ने मंगलवार को यहां कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत वर्तमान मे जिले के बहादुरपुर विकास खण्ड के 75 ग्राम पंचायतो मे 154 कार्य स्थलो पर 22 सौ 11 श्रमिक,बस्ती विकास खण्ड के 92 ग्राम पंचायतो मे 190 कार्यस्थलो पर 2704 श्रमिक,गौर विकास खण्ड क्षेत्र के 96 ग्राम पंचायतो मे 152 कार्यस्थलो पर 28 सौ 28 श्रमिक,बनकटी विकास खण्ड क्षेत्र के 78 ग्राम पंचायतो मे 285 कार्यस्थलो पर 67 सौ 47 श्रमिक।
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रामनगर विकास खण्ड क्षेत्र के 80 ग्राम पंचायतो मे 136 कार्य स्थलो पर 17 सौ 11 श्रमिक,हर्रैया विकास खण्ड क्षेत्र के 80 ग्राम पंचायतो मे 135 कार्यस्थलो पर 23 सौ 86 श्रमिक,परशुरामपुर विकास खण्ड क्षेत्र के 95 ग्राम पंचायतो मे 178 कार्यस्थलो पर 28 सौ 5 श्रमिक,सल्टौआ गोलापुर विकास खण्ड क्षेत्र के 87 ग्राम पंचायतो मे 187 कार्यस्थलो पर 17 सौ 89 श्रमिक,कुदरहा विकास खण्ड क्षेत्र के 67 ग्राम पंचायतो मे।
193 कार्यस्थलो पर 45 सौ 22 श्रमिक,सांऊघाट विकास खण्ड क्षेत्र के 79 ग्राम पंचायतो मे 122 कार्यस्थलो पर 17 सौ 15 श्रमिक,विक्रमजोत विकास खण्ड क्षेत्र के 72 ग्राम पंचायतो मे 186 कार्यस्थलो पर 29 सौ 84 श्रमिक,कप्तानगंज विकास खण्ड क्षेत्र के 57 ग्राम पंचायतो मे 81 कार्य स्थलो पर 14 सौ 24 श्रमिक,दुबौलिया विकास खण्ड क्षेत्र के 59 ग्राम पंचायतो मे 240 कार्यस्थलो पर 17 सौ श्रमिक,रूधौली विकास खण्ड क्षेत्र के 75 ग्राम पंचायतो मे 103 कार्यस्थलो पर 9 सौ 99 श्रमिक अपने ही गांवो मे कार्य कर रहे है।
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इन श्रमिको के खातो मे पीएफएमस के माध्यम से सीधे भुगतान चला जाता है 1 अब तक 36 हजार 5 सौ 25 श्रमिको के खातो मे 73 लाख 41 हजार 5 सौ 25 रूपया मजदूरी 201 प्रतिदिन के हिसाब से भेजा गया है।
सूत्रो ने यह भी बताया है कि जिले के 145 ग्राम पंचायत ऐसे है जहां पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत कोई कार्य नही चल रहा है।