नई दिल्ली। उत्तर कोरिया (North Korea) में स्वास्थ्य अधिकारियों ने 2,69,510 और लोगों में बुखार के लक्षणों के साथ छह अन्य लोगों की मौत की पुष्टि की है। देश के आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उत्तर कोरिया के वायरस रोधी मुख्यालय के अनुसार, अप्रैल के आखिर से देश भर में तेजी से फैलने वाले बुखार के कारण 56 मरीजों की मौत हो गई तथा एक करोड़ 48 लाख से अधिक लोग बीमार पड़ गए।
विशेषज्ञों का मानना है कि अधिकतर बीमार लोगों को कोरोना (Corona) का संक्रमण है। अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 663,910 लोग अभी भी पृथकवास में हैं।
हालांकि, आधिकारिक मीडिया यह स्पष्ट नहीं कर रहा है कि कोरोना (Corona) के कारण बुखार के कितने मामलों की पुष्टि की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया की जर्जर स्वास्थ्य प्रणाली को देखते हुए, वायरस के संक्रमण के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। देश में एक लाख से अधिक सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों, शिक्षकों और चिकित्सा के क्षेत्रों से जुड़े छात्रों को बुखार से पीड़ित लोगों की पहचान करने की जिम्मेदारी दी गई है।
दवा की आपूर्ति पर किम जोंग उन ने जताई चिंता
रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी की बैठक के दौरान उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने भी अपनी सेना को प्योंगयांग में महामारी से लड़ाई में शामिल होने का आदेश दिया और इस बात पर चिंता जताई कि दवा की आपूर्ति समय पर नहीं हो पा रही है।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने मंगलवार को कहा कि कोरियाई पीपुल्स आर्मी ने सोमवार को प्योंगयांग में फार्मेसियों में दवा के आवागमन में मदद के लिए अपनी चिकित्सा इकाइयों के अधिकारियों और गैर-कमीशन अधिकारियों को तैनात करना शुरू कर दिया, जो वायरस के संकट से निपटने के लिए दिन में 24 घंटे खुली रहेंगी।
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उत्तर कोरिया में कोरोना (Corona) के बढ़ते प्रकोप के बीच सोमवार को बुखार से मौत के आठ और मामले सामने आए, जबकि 3,92,920 और लोग बुखार से पीड़ित पाए गए। किम जोंग-उन ने दवाई आपूर्ति में देरी पर अधिकारियों को फटकार लगाई है और सेना को राजधानी में महामारी से निपटने के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया है। किम जोंग उन ने देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगा रखा है।
उत्तर कोरिया ने पिछले गुरुवार को अपने पहले कोरोना (Corona) केस को स्वीकार किया था। उत्तर कोरिया की ओर से बताया गया था कि प्योंगयांग में ओमिक्रॉन वैरिएंट से कई लोग कोरोना(Corona) पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि, दो साल तक उत्तर कोरिया दावा करता रहा कि कोरोना (Corona) के देश में एक भी मामले सामने नहीं आए। जबकि 2020 के बाद से दुनिया में लगभग हर जगह कोरोना के मामले सामने आए।