पहाड़ की महिलाएं तेजी से डायबिटीज (Diabetes) की चपेट में आ रही हैं। हाई ब्लड शुगर की दिक्कत से जूझ रही सबसे ज्यादा महिलाएं चम्पावत और पिथौरागढ़ जिले में हैं। पहाड़ों में महिलाओं के डायबिटीज की चपेट में आने की मुख्य वजह बढ़ता मानसिक तनाव, खानपान से जुड़ी दिक्कतें और शारीरिक श्रम का घटना है।
पहाड़ की महिलाओं के खून में शर्करा का बढ़ता स्तर उनकी जीवनशैली में आ रहे बदलावों की ओर भी इशारा कर रहा है। अमूमन समझा जाता है कि पहाड़ों में डायबिटीज के रोगी कम होते हैं। मगर लगातार बदलती जीवनशैली से यह मिथक टूटता नजर आ रहा है।
केंद्र सरकार फैमिली हेल्थ सर्वे की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार चम्पावत में 8.6 और पिथौरागढ़ में 6.6 फीसदी महिलाएं शुगर से ग्रसित हैं। बाकी जिलों में भी डायबिटिक (Diabetes)महिलाओं का आंकड़ा पांच फीसदी से ऊपर है।
सीमांत पहाड़ी जिलों में अमूमन महिलाएं कृषि एवं घर परिवार से जुड़े कार्यों में अधिक जुड़ी होती हैं। हालांकि इन जिलों में डायबिटीज का सही इलाज उपलब्ध नहीं होना और जागरूकता की कमी भी बीमारी के बढ़ने की बड़ी वजह है।