अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद स्थित दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम पर एक बार फिर कोरोना संक्रमण फैलाने में सुपर स्प्रेडर बनने का कलंक लगता दिख रहा है।
राज्य में कोरोना के मामलों में पिछले कुछ समय में ज़बरदस्त तेज़ी दिख रही है। अहमदाबाद इस मामले में हाट स्पॉट बना हुआ है। इस दौरान यह बात भी सामने आ रही है इसी माह पिछले दिनो यहां नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए भारत इंगलैंड के शुरुआती दर्शक सहित मैचों से कोरोना का संक्रमण ख़ूब फैला है। इतना ही नहीं इसके शिकार राज्य में उच्च शिक्षा के कई विश्व प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान भी बने हैं।
टी 20 मैच देखने गए भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (आईआईएम- ए), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर (आईआईटी -गांधीनगर) के दर्जनों छात्र इस वजह से कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं।
अहमदाबाद महानगरपालिका के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने आज बताया कि शहर के वस्त्रापुर स्थित आईआईएम के दो प्रोफेसर और 25 से अधिक छात्र संक्रमित पाए गए हैं। पता चला है कि छह छात्र गत 12 मार्च को दर्शकों से खचाखच भरे उक्त स्टेडियम में मैच देखने गए थे और उनमें से पांच को लक्षण दिखे। तो उन्होंने ख़ुद ही निजी लैब में जांच करवाई और उनकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी पर उन्होंने इस बात को छुपा लिया है। उन्होंने यहां संस्थान का अपना स्थानीय पता नही लिखा कर जांच में अपने मूल राज्यों के पते लिखा दिए थे, जिससे मनपा अधिकारीयों तक उनकी रिपोर्ट नहीं पहुंच सकी। उनसे यह संक्रमण अन्य में भी फैला। अब इस संस्थान में ही कई माइक्रो कंटेन्मेंट ज़ोन बनाए गए हैं।
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इसी तरह बताया जा रहा है कि ऐसे ही कारणों से आइआइटी गांधीनगर के 25 से अधिक विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए गए है। गुजरात टेक्नलॉजिकल यूनिवर्सिटी यानी जीटीयू में भी कुछ मामले सामने आए हैं।
ज्ञातव्य है कि यहां मोटेरा स्थित एक लाख 32 हज़ार की दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम के नए स्वरूप का पिछले दिनो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने औपचारिक उद्घाटन किया था और इसका नया नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर किया गया था। इससे पूर्व में यह स्टेडियम सरदार पटेल स्टेडियम के नाम से जाना जाता था।
इसमें ही पिछले साल 24 फ़रवरी को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के स्वागत में नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम का आयोजन हुआ था और तब इसमें भारी भीड़ जुटी थी। विपक्षी दलों ने तब उस कार्यक्रम को गुजरात में कोरोना के तेज़ी से पांव पसारने के लिए ज़िम्मेदार बताया था। अब भी ऐसे आरोप लग रहे हैं कि गुजरात क्रिकेट संघ ने दर्शकों की भीड़ जुटाने के चक्कर में जाने-अनजाने कोरोना के संक्रमण को बढ़ावा देने का काम किया है।
ज्ञातव्य है कि कई तरफ़ से विरोध के बाद शेष टी 20 मैचों को दर्शक के बिना आयोजित किया गया था। यहां इससे पहले टेस्ट मैच भी हुए थे। राज्य में कुछ समय से मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं और पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 2190 नए मामले सामने आए हैं जो अब तक किसी एक दिन के लिए सर्वाधिक हैं। अहमदाबाद में 600 से अधिक नए मामले आए हैं। राज्य भर में 4500 से अधिक लोगों की अब तक कोरोना से मौत हो चुकी है जिनमे से आधे से अधिक अहमदाबाद में हुई हैं।
कई लोगों का मानना है कि ऐसे समय में जब अमेरिका, जर्मनी और यूके जैसे बड़े देश कोरोना से बचाव के लिए कई उपाय कर रहे हैं, कई क्रिकेट मैचों का इस तरह से एक ही स्थान पर आयोजन तथा हाल में राज्य में हुए स्थानीय चुनाव में कोरोना सम्बंधी नियमों की स्वयं नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर अनदेखी किए जाने का ख़ामियाज़ा राज्य को भुगतना पड़ रहा है। कुछ ही दिनों में राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या बेतहाशा बढ़ कर 10 हज़ार के पार पहुंच गयी है। लोग इस बात से भी आक्रोशित हैं कि इस तरह से मामलों में बढ़ोत्तरी के बाद शासन प्रशासन आम लोगों पर ही कई तरह के प्रतिबंध थोप सकता है।