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चार्जर बना ‘काल’, कटे तार की चपेट में आने से नींद में ही मां-बेटे की मौत

Electric Shock

died due to electric shock

सीतापुर। चार्जर के कटे तार पर सोते समय हाथ पड़ जाने से बुधवार रात बेटे और मां की करंट (Electrocution) लगने से मौत हो गई। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। क्षेत्र के भगौतीपुर गांव निवासी जगदीश की पत्नी रामसहेली (50) और उसका पुत्र अनूप उर्फ रोहित (15) रात में सो रहे थे। दोनों के सिरहाने मोबाइल चार्ज करने के लिए एक चार्जर बोर्ड रखा था।

परिजनों के अनुसार सोते समय अनूप का हाथ चार्जर के कटे हुए तार पर पड़ गया और मां-बेटे दोनों ही करंट (Electrocution) की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। परिजन आननफानन सीएचसी रामपुर मथुरा लेकर गए जहां डाॅक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। एसओ रामपुर मथुरा महेश चंद्र पांडे ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। वहीं दूसरी ओर इस दर्दनाक हादसे से गांव में मातमी माहौल है।

एक जरा सी भूल ने पूरे परिवार की खुशियों को उजाड़ कर रख दिया। मृतक रोहित अपने भाइयों में सबसे छोटा था। उससे बड़े दो भाई लवकुश और लवलेश हैं। पूरा परिवार भगौतीपुर में एक होटल चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। घर में सबसे छोटा होने के कारण परिवार वाले उसे सबसे ज्यादा दुलार करते थे।

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जिसने भी घटना के बारे में सुना वह दंग रह गया। घटना के बाद से क्षेत्र में गम का माहौल है। हर तरफ बस इसी दर्दनाक हादसे की चर्चा है।

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