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श्री टंडन शालीन, मृदुभाषी एवं जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे, उन्हें राजनीति का लम्बा अनुभव था

लालजी टंडन का निधन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टण्डन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्रीमती पटेल ने आज यहां जारी अपने शोक संदेश में कहा है कि स्व. श्री टण्डन शालीन, मृदुभाषी एवं जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे। उन्हें राजनीति का लम्बा अनुभव था।

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की लखनऊ सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने तथा लखनऊ में उन्होंने अनेक विकास कार्यों को कराया। राज्यपाल ने कहा कि श्री टण्डन के निधन से एक अपूरणीय क्षति हुई है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने की कामना करते हुये दुःखी परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।

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85 वर्ष की आयु में हुआ कद्दावर नेता का निधन

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। लालजी टंडन बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था।  बीती रात उनकी हालत फिर बिगड़ गई थी। उन्हें गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया था। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर एक पोस्ट के माध्यम से साझा की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- बाबूजी नहीं रहे।

इसकी जानकारी मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने दी थी। उन्होंने कहा था कि बीती रात उनकी तबीयत ज्यादा गंभीर है। उन्हें फुल सपोर्ट पर रखा गया है।

ज्ञात हो, लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और पेशाब में परेशानी की वजह से लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 जून को ऑपरेशन किया गया था। हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। वे बीच में दो दिन बाई-पैप मशीन पर भी रहे।

मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. कपूर के अनुसार, लालजी टंडन के किडनी फंक्शन में दिक्कत थी। ऐसे में उनकी डायलिसिस करनी पड़ रही थी। अब उनके लीवर फंक्शन में भी दिक्कत शुरू हो गई थी।

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