नई दिल्ली| अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के एलीट पैनल के पूर्व अंपायर डेरिल हार्पर ने हाल ही में 1999 के एडिलेड टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर के खिलाफ दिए अपने विवादास्पद फैसले का बचाव करते हुए कहा वह एक सही निर्णय था। साथ ही हार्पर ने कहा था कि पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने उन्हें 2018 में बताया कि तेंदुलकर खुद मानते हैं कि वह आउट थे। प्रसाद इस मैच में विकेटकीपर थे। अब एमएसके प्रसाद ने डेरेल के इस दावे को नकार दिया है।
बिजली का इतना बिल देख हैरान हुए हरभजन सिंह
पूर्व भारतीय चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने डेरेल हार्पर के 1999 के दावे पर मुंबई मिरर को एक इंटरव्यू दिया है। प्रसाद ने कहा कि जब वह राष्ट्रीय टीम के मुख्य चयनकर्ता थे, तब उन्होंने हार्पर से मुलाकात की थी। जिस दौरान उनके बीच यह बहस सामने आई। लेकिन भारत के पूर्व विकेटकीपर ने कहा कि डेरेल हार्पर ने जो कहा है, उनकी टिप्पणी उससे अलग थी।
एमएसके प्रसाद ने कहा, ”डेरेल काफी लंबे समय से इस फैसले के बारे में अपराधबोधग्रस्त थे। 2018 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के दौरान वह मुझे लंचरूम में मिले। उन्होंने वास्तव में मुझसे पूछा था कि सचिन की क्या फीलिंग थी, जब मैंने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दिया था। उस एलबीडब्ल्यू पर काफी विवाद भी हुआ था।
उन्होंने आगे कहा, ”डेरेल के ऐसा पूछने पर मैंने कहा था कि आप उन्हें आउट देते या नहीं, सचिन वो इंसान नहीं हैं, जो अंपायर से सवाल करेंगे। यही कारण है कि वह हम सभी के लिए रोल मॉडल बन गए और भारतीय क्रिकेट के भगवान हैं।”
ICC चेयरमैन पद के लिए संगकारा ने किया गांगुली का सपोर्ट
1999 में सचिन के उस एलबीडब्ल्यू आउट पर बाकी टीम के रिऐक्शन पर बात करते हुए प्रसाद ने कहा, ”ड्रेसिंग रूम में हर कोई इससे काफी हैरान था।” बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा की बाउंसर को छोड़ते समय गेंद तेंदुलकर के कंधे से टकराई थी, जिस पर मैदानी अंपायर हार्पर ने एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया था। यह ऐसा फैसला था, जिसकी कई दिनों तक चर्चा हुई। भारतीय फैन्स ने इस फैसले के लिए हार्पर की जमकर आलोचना की थी।