नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने गुरूवार को डिजिटल ट्रांस्फॉरमेंशन वर्ल्ड सीरीज 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करेगा। डिजिटल कनेक्टिविटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, स्मार्ट डिवाइस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसी डिजिटल तकनीकें चौथी औद्योगिक क्रांति की रीढ़ बनेंगी।
टीएम फोरम के तहत वर्चुअली आयोजित इस वर्ल्ड सीरीज में मुकेश अंबानी ने कहा कि अगर भारत को लीडरशिप पोजिशन हासिल करनी है तो उसे अल्ट्रा हाई स्पीड कनेक्टिविटी, अफोर्डेबल स्मार्ट डिवाइस और बेहतरीन डिजिटल एप्लीकेशन और सॉल्युशन्स पर ध्यान देना होगा।
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जियो की तारीफ करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो आने से पहले भारत 2जी में अटका था। जियो के माध्यम से देश को पहली बार आईपी बेस्ड नेटवर्क कनेक्टिविटी मिली। जहां 2जी नेटवर्क लगाने में बाकी कंपनियों ने 25 वर्ष लगा दिए वहीं जियो ने मात्र 3 सालों में भारत में 4जी नेटवर्क खड़ा कर दिया।
अफोर्डेबल डिवाइस के मामले में भी भारत कोसों पीछे था। स्मार्टफोन मंहगे थे और फीचरफोन 4जी तकनीक पर काम नहीं करते थे। जियो इंजिनियर्स ने जबर्दस्त काम किया और इंडिया का पहला अल्ट्रा अफोर्डेबल डिवाइस जियोफोन बनाया। बता दे कि जियोफोन के दम पर ही जियो ने भारत में पहली बार ग्रामीण इलाकों में नंबर वन की पोजीशन हासिल की है।
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जियो के डिजिटल एप्लीकेशन और सॉल्युशन्स की बात करते हुए अंबानी ने कहा कि जब डिजिटल कनेक्टिविटी, अफोर्डेबल डिवाइस और डिजिटल एप्लीकेशन्स एंव सॉल्युशन्स को एक साथ जोड़ा गया तो असाधारण रिजल्ट मिले। आज भारत में लोग जियो के पहले जितना डेटा खपत करते थे उससे 30 गुना अधिक डेटा खपत कर रहे हैं। डेटा खपत 0.2 अरब जीबी से 1.2 अरब जीबी हो गई है।
दो हजार शहरों और कस्बों के 5 करोड़ घरों को जियोफाइबर के माध्यम से जोड़ने के प्रोजेक्ट का जिक्र भी मुकेश अंबानी ने किया। उन्होंने बताया कि जियो भारत में 5जी सर्विस को जल्द ही लॉन्च करेगा।