लखनऊ: बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने गुरुवार को जेल के खाने में जहर देने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। उसने कहा है कि इससे उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गई है और ऐसा लगता है कि कभी भी मृत्यु हो सकती है। मुख्तार अंसारी ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताते हुए अदालत से इलाज करवाने की गुहार लगाई है। आज बाराबंकी की एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर मामले की पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी के वकील ने उसका प्रार्थना पत्र अदालत को सौंपा है।
एंबुलेंस प्रकरण के बाद बाराबंकी की शहर कोतवाली में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) समेत 12 पर दर्ज गैंगस्टर के मामले की सुनवाई चल रही है। बृहस्पतिवार को एमपीएमएलए कोर्ट के न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव के समक्ष मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश किया गया।
जबकि जफर उर्फ चंदा संतकबीरनगर नगर और अफरोज उर्फ चुन्नू गाज़ीपुर जेल से हाजिर हुए। इस दौरान हुई सुनवाई में किसी भी गवाह की उपस्थिति नहीं हुई लेकिन अदालत में मुख्तार अंसारी के वकील ने अदालत को उसका प्रार्थना पत्र सौंपा।
पत्र में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने कहा है कि बीते 19 मार्च को बांदा जेल में उसको जो भोजन उपलब्ध कराया गया उसमें जहर था। इसके सेवन से वह गंभीर रूप से बीमार हो गया। उसके हाथ पैरों में और शरीर के सभी नसों में दर्द हो रहा है। हाथ पांव ठंडे हो रहे हैं। घबराहट हो रही है। ऐसा लगता है कि कभी भी मृत्यु हो सकती है।
मुख्तार (Mukhtar Ansari) ने अदालत को यह भी बताया है कि 40 दिन पहले भी उसके खाने में धीमा जहर दिया गया। इसलिए जेल में जो स्टाफ उसका खाना बनाने में बाद चखकर उसे देता है वह भी बीमार पड़ गया और उसका इलाज कराया गया फिलहाल गैंगस्टर के मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने अगली पेशी के लिए के 29 मार्च की तारीख तय की है।