बांदा जनपद के मंडल कारागार में कैद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को जेल में मच्छरदानी और कूलर तो मिल गये, लेकिन अभी भी बेड की दरकार है। साथ ही अभी तक थेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराई गई है।
फर्जी लाइसेंस से असलाहा दिलाने के मामले में आज मुख्तार अंसारी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। पेशी के दौरान अदालत ने अंसारी से पूछा तो उसने जवाब दिया कि उसे मच्छरदानी और कूलर मिल गए हैं लेकिन अभी तक न तो बेड मिला है और न ही थेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
बताते चलें कि, जनपद में मई और जून के महीने में प्रचंड गर्मी पड़ती है। पारा 47 से 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। ऐसे में गर्मी से लोग परेशान हो जाते हैं। इधर, जब से गर्मी शुरू हुई तब से मुख्तार अंसारी की बेचैनी बढ़ गई है। उसने न्यायालय से कूलर, मच्छरदानी आदि न मिलने की शिकायत की थी। इसके बाद उसे मच्छरदानी व कूलर उपलब्ध करा दिए गए हैं।
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जेल सूत्रों का यह भी कहना है कि जब से चित्रकूट में गैंगवार हुआ है तब से मुख्तार अंसारी की रातों की नींद हराम हो गई है, वह ठीक से सो नहीं पा रहा है। घटना के एक दिन बाद उसका इसी कारण ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया था। बाद में दवा से कंट्रोल हुआ था। इधर, गर्मी के साथ ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है जिससे वह परेशान था। लेकिन अब मच्छरदानी मिलने को राहत मिलेगी।
बताते हैं कि, जेल की हर बैरिक में हॉर्ड बेड के रूप में सीमेंटेड चबूतरा रहता है और बिस्तर भी जेल द्वारा मुहैया कराए जाते हैं। पक्के चबूतरे के कारण सोने वाले को नींद नहीं आती, क्योंकि जेल मैनुअल के अनुसार उन्हें बंदियों को बेड मिलता है, जो जेल के अस्पताल में भर्ती होते हैं। इसके अलावा अन्य कैदी को बेड नहीं मिलता है। बेड मिलेगा या नहीं इसका फैसला अगली सुनवाई 21 मई को होगा।