कभी पूर्वांचल में खौफ का दूसरा नाम कहे जाने वाला माफिया डान मुख्तार अंसारी आज कोर्ट में गिडगिड़ाता नजर आया। उसने खुद को निर्दोष बतातें हुए योगी सरकार पर द्वेष की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
करीब 20 मिनट तक वीडियों काफ्रेंसिंग के साथ हुई सुनवाई के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई की तिथि नियत की है। वहीं विवेचक पक्ष को भी कोर्ट ने सुना। विवेचक ने मुख्तार से पूछताछ की मांग की। माना जा रहा है कि आजमगढ़ पुलिस जल्द ही माफिया मुख्तार अंसारी से पूछताछ के लिए बांदा जेल जा सकती है।
तरवां थाना क्षेत्र के ऐराखुर्द गांव में वर्ष 2014 में सड़क निर्माण के दौरान वर्चस्व की लड़ाई में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के लोगों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गयी थी। इसमें एक मजदूर की मौत हो गयी थी, जबकि एक मजदूर घायल हो गया था। इस मामले में तरवां थाने में मुख्तार और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी मामले को लेकर मुख्तार और उसके 10 सहयोगियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई थी। पुलिस ने मुख्तार को वारंट बी तामिल कराया था।
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इस मामले में गैंगेस्टर कोर्ट ने मुख्तार को गुरूवार को पेश होने का निर्देश दिया था लेकिन कोविड के चलते मुख्तार कोर्ट में पेश नहीं हुआ, लेकिन वीडियो कांफ्रेसिंग से कार्ट में सुनवाई हुई। करीब बीस मिनट चली सुनवाई दौरान माफिया मुख्तार अंसारी कोर्ट में गिड़गिड़ाता नजर आया। उसने कहा कि योगी सरकार विद्वेश की भावना से काम कर रही है।
मुख्तार के अधिवक्ता दरोगा सिंह ने कहा कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्तार ने कहा कि उसे अपने घर पर बात नहीं करने दिया जा रहा है। जेल मैन्युअल के हिसाब से सुविधाएं नहीं मिल रही हैं बल्कि उनके साथ क्रूरता का व्यवहार किया जा रहा है।