मऊ। बांदा जेल में बंद माफिया सरगना मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में मऊ जिले के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में गुरुवार को पेश हुए। इसके अलावा बाराबंकी जेल में बंद सलीम और गाजीपुर जेल में बंद अनवर एवं सहजानंद भी मऊ के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में पेश हुए। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। पेशी के बाद मुख्तार अंसारी ने कहा कि बोलने पर पाबंदी है।
गुपचुप तरीके से ही मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को बुधवार देर रात बांदा जेल से मऊ लाया गया था। एमपी-एमएलए- गैंगेस्टेट कोर्ट ने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) समेत सभी 4 आरोपियों को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था। फर्जी असलहा मामले में दर्ज मुकदमे को लेकर मुख्तार अंसारी सहित चार के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत जो मुकदमा दर्ज किया गया था, उसमें पुलिस के द्वारा चार्जशीट पेश किए जाने पर आज अदालत में आरोप तय किया गया है
विधायक रहने के दौरान मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने अपने लेटर पैड पर जिला अधिकारी को शस्त्र लाइसेंस स्वीकृत करने के लिए लिखित पत्र दिया था और बाद में पुलिस जांच में इन सभी शस्त्र लाइसेंस के नाम और पते पाए गए फर्जी पाए गए थे। इसी मामले में मऊ के दक्षिण टोला थाने में मुख्तार अंसारी सहित चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
ट्रक और ट्रैक्टर ट्राली में भीषण टक्कर, चार की मौत, 35 घायल
क्योंकि सभी आरोपि एक जेल में बंद नहीं हैं और सभी आरोपियों की एक साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग संभव नहीं थी, इस वजह से एमपी-एमएलए-गैंगेस्टर कोर्ट के विशेष जज ने सभी को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश जारी किया था। मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की पेशी के समय मऊ कचहरी के गेट पर भारी पुलिस बल तैनात था।
पेशी के बाद मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) मुस्कुराते हुए पुलिस वैन में आए। इस दौरान जब उनसे कुछ पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे बोलने पर पाबंदी है। इतना बोलते हुए मुख्तार अंसारी पुलिस वैन में बैठ गए। फिर पुलिस की वैन भारी सुरक्षा के बीच बांदा जेल के लिए रवाना हो गई। देर शाम तक मुख्तार अंसारी के बांदा जेल पहुंचने की संभावना है।