पंजाब के रोपड़ जिले से बांदा वापस आ रहे बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल की बैरिक नंबर 15 पर रखा जाएगा। 2017 में भी मुख्तार को इसी बैरिक में रखा गया था। यह वही बैरिक है जिसमें नामी-गिरामी अपराधियों और बीआईपी अभियुक्तों को रखा जाता है। इसी बैरक को मुख्तार का ठिकाना बनाया गया है।जहां सारी सुविधाएं है।
महाराष्ट्र के बाद अब पंजाब-छत्तीसगढ़ में हालात चिंताजनक
सुरक्षा के लिहाज से 15 नंबर बैरिक सुरक्षित
जनपद मुख्यालय में स्थित मंडल कारागार में मुख्तार अंसारी के दोबारा आने पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।जेल के सामने से ही इस समय नेशनल हाईवे के वाहन गुजरते हैं इसलिए सड़क के किनारे ही मुख्य द्वार पर दो पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके बाद जेल के गेट के अंदर जाने से पहले एक और लोहे की वेरीकेटिंग है यहां पर एक दर्जन पुलिसकर्मी तैनात है।जेल गेट के दाहिने ओर गार्द रुम है। जहां सशस्त्र सुरक्षा बल का पहरा रहता है।गेट के अंदर जाने पर दाहिने तरफ जेल अधीक्षक और बाएं तरफ जेलर का कार्यालय है।इसके बाद अंदर जाने पर बायीं ओर एक रास्ता जाता है जो सीधे 15 और 16 नंबर बैरक तक पहुंचता है।
यह बैरक बीआईपी अभियुक्तों के लिए सुरक्षित रखी गई है।कभी-कभी इसमें नामी-गिरामी अपराधियों को रखा जाता है।इस बैरिक में सारी सुविधाएं मुहैया रहती है।इस बैरिक में अन्य कैदियों का आना जाना वर्जित रहता है।इस बैरिक तक आम कैदियों की पहुंच नहीं है क्योंकि मुख्य गेट से सीधे एक और रास्ता जाता है जो एक पार्क नुमा चोराहे में खुलता है।यहां से अलग-अलग बैंरिको का रास्ता है।जेल में वैसे तो मात्र 600 कैदियों को रखने की क्षमता है लेकिन इस समय दोगुनी संख्या है। सुरक्षा के लिहाज से 15 और 16 नंबर बैरिक सुरक्षित मानी जाती है क्योंकि इसमें आम कैदियों और कैदियों से मिलने आने वाले व्यक्तियों की पहुंच नहीं है।
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निगरानी में रहेगी बैरिक
बैरक और परिसर पर रात-दिन नजर रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों में आड़े आ रहे पेड़ों को काट-छांट दिया गया है। दिल्ली से आए इंजीनियरों ने सीसीटीवी कैमरों व जैमर को चेक किया। उनकी कमियां दुरुस्त कीं।यहां पेयजल व्यवस्था और साफ-सफाई कराई गई है। तीन बंदी रक्षक बैरक के अंदर तैनात रहेंगे। जेल के अंदर चल रही कैंटीन में नाश्ता, मिठाई आदि रोजमर्रा इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री का स्टाक कर दिया गया है।जेल में दो जेनरेटर लगे हुए हैं। अब बैरक नंबर 15 व 16 में लगातार रोशनी के लिए इन बैरकों को जेनरेटर से जोड़ा गया है।इस बारें में प्रभारी जेल अधीक्षक प्रमोद तिवारी का कहना है कि जो भी व्यवस्था की जा रही है, वह जेल मैनुअल के अनुरूप है। सुरक्षा व्यवस्था और चैकस की गई है।
बाहुबली राजा भैया व अतीक अहमद इसी जेल में रह चुके हैं
बांदा की जेल यूं ही बांदा की जेल नहीं कहलाती। इस जेल में कुंडा के विधायक राजा भैया, इलाहाबाद के बाहुबली अतीक अहमद, शीलू हत्याकांड का आरोपी विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी, नोएडा का कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना भी इसी जेल में रह चुका है।