गाजीपुर। जेल में बंद पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और उसके करीबियों पर गाजीपुर पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। रविवार को मुख्तार के चचेरे भाई मंसूर आलम पर बड़ी कार्रवाई की गई। मुहम्मदाबाद के यूसुफपुर बाजार स्थित मंसूर अंसारी के 18 दुकानों को कुर्क करते हुए सील कर दिया गया। इस दौरान मुनादी भी कराई गई।
गैंगस्टर एक्ट के तहत उक्त कार्रवाई की गई। इससे यूसुफपुर बाजार में हड़कंप मचा रहा। कुर्क की गई संपत्ति की अनुमानित कीमत 26 लाख 18 हजार रुपये है। इस कार्रवाई से माफिया के करीबियों, रिश्तेदारों और परिजनों में खलबली मची हुई है।
शासन का डंडा लगातार भू-माफिया और अपराधियों के खिलाफ चल रहा है। बीते 21 फरवरी को मुहम्मदाबाद प्रभारी निरीक्षक घनानंद त्रिपाठी ने पुलिस अधीक्षक को आख्या रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया था कि यूसुफपुर दर्जी टोला निवासी मुख्तार अंसारी एक गिरोह बनाकर खुद अपने गैंग के सदस्यों के लिए आपराधिक और समाज विरोधी कार्य कर संपत्ति अर्जित की है।
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पैतृक संपत्ति के बंटवारे में मुख्तार (Mukhtar Ansari) ने यूसुफपुर बाजार का एक भूखंड अपने चचेरे भाई मंसूर अंसारी के नाम कर दी थी। उसी भूखंड पर मंसूर ने दुकानों का निर्माण व्यावसायिक दृष्टि से कराया था। बीते छह मार्च को एसपी ओमवीर सिंह ने विवेचक के आख्या रिपोर्ट पर कार्रवाई की संस्तुति की थी।
रविवार सुबह 11.30 बजे एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी, मुहम्मदाबाद एसडीएम डा. हर्षिता तिवारी, सीओ हितेंद्र कृष्ण एवं कोतवाल घनानंद त्रिपाठी के नेतृत्व में पहुंची पुलिस एवं राजस्व टीम ने 18 दुकानों को खाली कराकर मुनादी करने के साथ कुर्क कर लिया। साथ ही इन दुकानों को सील कर दिया गया है। इस दौरान सुरक्षा के व्यापाक बंदोवस्त किए गए थे।