इंदौर । मुंबई की महिला टीम ने बुधवार को इतिहास रच दिया है। बीसीसीआई की सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी में बुधवार को खेले गए मैच में मुंबई ने नगालैंड को 17 रनों पर ढेर कर दिया। इसके बाद मुंबई ने 18 रनों के इस मामूली लक्ष्य को महज 4 गेंदों में ( 20/0 ) हासिल कर लिया है।
इंदौर के होल्कर स्टेडियम में नगालैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। नगालैंड की महिलाएं एक-एक कर आउट होकर पवेलियन लौटती गईं। कोई भी बल्लेबाज दहाई अंकों में नहीं पहुंच पाईं। नागालैंड की पूरी टीम 17.4 ओवरों में 17 रनों पर सिमट गई।
छह बल्लेबाज तो अपना खाता भी नहीं खोल सकीं। सरिबा ने सबसे ज्यादा 9 रन बनाए। मुंबई की ओर से सयाली सतघरे ने 5 रन देकर 7 विकेट निकाले। एम. दक्षिणी ने दो विकेट निकाले, जबकि एस. ठाकोर ने एक विकेट लिया। मुंबई की गेंदबाजों ने नौ मेडन ओवर डाले।
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जवाब में मुंबई ने चार गेंदों में बिना किसी नुकसान के 20 रन बनाकर मैच जीत लिया है। यानी 296 गेंदें शेष रहते मुंबई ने यह लक्ष्य हासिल कर लिया है। ईशा ओजा 13 और वृषाली भगत छह रन बनाकर नाबाद रहीं।
2017 में ऐसा ही मुकाबला नगालैंड और केरल की महिला अंडर-19 टीम के बीच हुआ था। गुंटूर में खेले गए उस 50 ओवरों के मैच में नगालैंड की टीम 17 ओवर में 2 रन बनाकर आउट हो गई थी। उसमें भी एक रन बल्लेबाज ने बनाया और दूसरा रन वाइड बॉल से बना। नगालैंड के 9 खिलाड़ी बिना खाता खोले आउट हुईं। ओपनर बल्लेबाज मेनका ने एक रन बनाने के लिए 18 गेंदें खेलीं। जवाब में केरल ने पहली गेंद पर लक्ष्य हासिल कर लिया था।
इससे पहले नेपाल की टीम ने म्यांमार के खिलाफ अगस्त 2006 में एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ट्रॉफी मुकाबले में दो गेंदों में मैच जीता था। तब म्यांमार की टीम 10 रनों पर सिमट गई थी।