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आज ही के दिन 13 धमाकों से दहल गई थी मुंबई

नई दिल्ली। 12 मार्च 1993 को आज ही के दिन मुंबई (Mumbai) में स्टॉक एक्सचेंज सहित 13 जगहों पर ब्लास्ट (Blast) हुए। इसमें 257 लोगों की मौत हुई। 700 से ज्यादा घायल हुए थे। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की 28 मंजिला इमारत के बेसमेंट में दोपहर 1:30 बजे धमाका हुआ, जिसमें लगभग 50 लोग मारे गए थे। इसके आधे घंटे बाद एक कार धमाका हुआ और अगले दो घंटे से कम समय में कुल 13 धमाके हो चुके थे। करीब 27 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था।

इस मामले में 4 नवंबर 1993 को 189 आरोपियों के खिलाफ 10,000 पन्ने की प्राथमिक चार्जशीट दायर की गई थी। 19 नवंबर 1993 को यह मामला CBI को सौंप दिया गया था। 19 अप्रैल 1995 को मुंबई की टाडा अदालत में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई थी। सितंबर 2006 में अदालत ने अपने फैसले देने शुरू किए।

इस मामले में 123 अभियुक्त थे, जिनमें से 12 को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। 68 लोगों को उम्रकैद से कम की सज़ा सुनाई गई थी, जबकि 23 लोगों को निर्दोष माना गया था। सुप्रीम कोर्ट ने याकूब मेमन को छोड़कर बाकी सभी लोगों की फांसी को उम्र कैद में बदल दिया था। याकूब को 2015 में फांसी पर चढ़ाया गया। टाइगर मेमन और दाऊद इब्राहिम आज भी इस मामले में फरार हैं।

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नवंबर 2006 में संजय दत्त को पिस्तौल और AK-56 राइफल रखने का दोषी पाया गया था। संजय दत्त को 6 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सजा तो बरकरार रखी, लेकिन सजा को एक साल घटाकर 5 साल कर दिया। संजय दत्त ने मई 2013 में सरेंडर कर दिया था। वह फरवरी 2016 में पुणे की यरवदा जेल से छूटे।

गांधी जी ने दांडी मार्च शुरू किया था

गांधी जी और उनके स्वयं सेवकों ने 12 मार्च 1930 को दांडी मार्च शुरू किया था। मुख्य उद्देश्य था अंग्रेजों द्वारा बनाए गए ‘नमक कानून को तोड़ना’। गांधी जी ने साबरमती में अपने आश्रम से समुद्र की ओर चलना शुरू किया। इस आंदोलन की शुरुआत में 78 सत्याग्रहियों के साथ दांडी कूच के लिए निकले बापू के साथ दांडी पहुंचते-पहुंचते जनता भी शामिल हो गई। 25 दिन बाद 6 अप्रैल, 1930 को दांडी पहुंचकर उन्होंने समुद्र तट पर नमक कानून तोड़ा।

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महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा के दौरान सूरत, डिंडौरी, वांज, धमन के बाद नवसारी को यात्रा के आखिरी दिनों में अपना पड़ाव बनाया था। यहां से कराडी और दांडी की यात्रा पूरी की थी। वे लगभग 390 किलोमीटर का सफर तय कर दांडी पहुंचे थे। यह वह दौर था जब ब्रितानिया हुकूमत का चाय, कपड़ा और यहां तक की नमक जैसी चीजों पर भी एकाधिकार था।

आज का इतिहास: भारतीय एवं विश्व इतिहास में 12 मार्च की प्रमुख घटनाएं

ब्रिटिश राज में भारतीयों को नमक बनाने का अधिकार नहीं था, बल्कि उन्हें इंग्लैंड से आने वाले नमक के लिए कई गुना ज्यादा पैसे देने होते थे। दांडी मार्च के बाद अगले कुछ महीनों में 80,000 भारतीयों को गिरफ्तार कर लिया गया। इससे एक चिंगारी भड़की, जो आगे चलकर ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ में बदल गई।

12 मार्च को देश-दुनिया में हुई महत्वपूर्ण घटनाएं-

2018: महाराष्ट्र में हजारों किसानों ने मुंबई के लिए मार्च शुरू किया।

2014ः कश्मीर में भारी हिमपात और हिमस्खलन की वजह से भारत-पाकिस्तान में 14 लोगों की मौत।

2008: अमेरिकी वायुसेना ने विश्व के पहले स्टेल्थ लड़ाकू विमान F-117 को अपने बेड़े से हटाया।

1970: अमेरिका में मतदान की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष से घटा कर 18 वर्ष की गई।

1894: कोका कोला को पहली बार बोतलों में बेचना शुरू किया गया।

1884: पहली महिला अमेरिकी राज्य कॉलेज की स्थापना मिसिसिपी में की गई।

1755: अमेरिका में भाप के पहले इंजन का इस्तेमाल खदान से पानी निकालने के लिए किया गया।

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