इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस मुहम्मद नूर मस्कानजई की गोली मार कर हत्या (Murder) कर दी गई है। उन्हें शुक्रवार को एक मस्जिद के बाहर आतंकी हमलावरों ने उन पर कई गोलियां बरसाई जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें पास के ही हॉस्पिटल में गंभीर हालत में इलाज के लिए भर्ती किया गया। जहां कुछ देर बाद डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। पाकिस्तान के बलुचिस्तान के खारन एसपी असिफ हलीम ने यह जानकारी दी है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुदोस बिजेंजो ने उनकी मौत पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सेवाएं ‘अविस्मरणीय’ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘शांति के दुश्मनों के कायराना हमले देश को डरा नहीं सकते हैं।’ मस्कानजई ने ऐतिहासिक निर्णय लिखा था जिसने शरीयत के खिलाफ रीबा-आधारित बैंकिंग प्रणाली की घोषणा की थी।
क्वेटा बार एसोसिएशन (क्यूबीए) के अध्यक्ष अजमल खान कक्कड़ ने भी मस्कानजई की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि पूर्व जज के निधन से पाकिस्तान का हर नागरिक बेहद दुखी है।
पाकिस्तान में बढ़ी आतंकी घटनाएं
इस साल अगस्त की तुलना में सितंबर में आतंकी हमलों की संख्या में वृद्धि हुई, पाकिस्तानी मीडिया के एक अखबार ने पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) का हवाला देते हुए एक पूर्व में एक रिपोर्ट में कहा यह जानकारी दी थी। सितंबर में 42 आतंकवादी हमले हुए जिनमें अगस्त की तुलना में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
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पाकिस्तानी थिंक टैंक ने भी तत्कालीन फाटा और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में हिंसा में 106 प्रतिशत की वृद्धि देखी। इस साल अगस्त में, थिंक टैंक ने कहा कि आतंकवादियों ने पूरे पाकिस्तान में 31 हमले किए, जिसमें 37 लोग मारे गए और 55 अन्य घायल हो गए।