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गवाही के बदले दो भाइयों को गोलियों से भूना, 10 साल से सुलग रही थी हत्या की चिंगारी

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गुरुग्राम। जनपद से सटे पटौदी के खोड गांव में दो भाइयों (two brothers) की हत्या (Murder) की चिंगारी 10 साल से सुलग रही थी। अजय की ओर से गांव में हुई दो लोगों की हत्या के मामले में पूर्व पार्षद परमजीत की गवाही पर ही अजय को सात साल पहले आजीवन कारावास (life imprisonment) की सजा मिली थी। हाईकोर्ट से जमानत (Bail) लेकर इन दिनों वह बाहर चल रहा था।

गांव में हुई हत्या के मामले में गवाही देने की बात उसे साल रही थी। अपराध शाखा की टीम को जांच में पता चला है कि रोहित कुछ दिन पहले परमजीत के शराब के कारोबार से जुड़ा था। बाद में हिसाब गड़बड़ होने पर उसने अपने काम से हटा दिया था। उसके बाद उसकी दोस्ती गांव के ही अजय से हो गई थी। हत्या के आरोपियों का अपना अलग गुट है।

17 जनवरी को गांव के ही रहने वाले दिनेश के प्रॉपर्टी के कार्यालय पर बाइक सवार दबंगों ने हमला कर तोड़-फोड़ की थी। इस मामले में दिनेश ने पटौदी थाने में मरने वाले दोनों भाइयों को आरोपी बनाया था। पुलिस ने छानबीन में दोनों आरोपियों को क्लीन चिट दे दिया था। पुलिस के अधिकारी का मानना है कि दोनों भाइयों को मारने में कई दुश्मन एक साथ जुड़े हैं। पुलिस सभी पहलू पर काम कर रही है।

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पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि रेवाड़ी के धनौरा गांव के रहने वाले शराब कारोबारी धनपत और उसके भतीजे जस्सू पर हत्या की साजिस रचने का आरोप है। उसने पूरी वारदात के पीछे इन दोनों का हाथ बताया है। शराब कारोबार को लेकर दोनों में विरोध था। अपराध शाखा की जांच उनको दबोचने में लगी है। शराब के कारोबार में बढ़ रहा दोनों का कद उन्हें नागवार लगता था।

घटना के बाद गांव पहुंची फॉरेंसिक टीम को मौके पर 45 खोल मिले हैं। अपराध शाखा की टीम ने मौके पर डंप उठाया है। सुजीत का बड़ा बेटा पटौदी में रेस्टोरेंट चलाता है।

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घटना के बाद से गांव में लोगों में आक्रोष था। कुछ लोग तो मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। पोस्टमार्टम हाउस में भी भीड़ रही। शाम छह बजे तक दोनों शव गांव में पहुंचने पर भीड़ उमड़ पड़ी।

पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर सुधीर ने बताया कि दोनों के शरीर में दस -दस गोलियां लगी हैं। पोस्टमार्टम के दौरान शरीर के भीतर भी तीन-तीन गोलियां मिली हैं।

अपराध शाखा की टीम को छानबीन के दौरान सीन ऑफ क्राइम से पता चला है कि हमलावर पेशेवर थे। सभी ने काले रंग के कपड़े पहन रखे थे। पूरी रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया गया है। उनको पता था कि सुबह परमजीत कहां बैठता था उसकी हत्या के बाद बड़ा भाई कितनी दूर पर मिलेगा।

मामले की जांच को लेकर अपराध शाखा व साइबर सेल की टीम को लगाया गया है। मौके पर मिले फुटेज की जांच चल रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरी वारदात का खुलासा किया जाएगा।- प्रीतपाल सांगवान, एसीपी क्राइम , गुरुग्राम।

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