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मुस्कान कन्सट्रक्शन के मालिक ने की 40 लाख की धोखाधड़ी, FIR दर्ज

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मथुरा थाना हाइवे में 29 अगस्त को न्यायालय के आदेश पर लाखों की धोखाधड़ी का मामला नामजद दर्ज किया गया है। अब पुलिस मामले की सच्चाई जानने में जुटी है। गौरतलब हो कि नरेन्द्र सिंह पिता मोहन लाल निवासी 141 ए तत्वदर्शी वाटिका नवादा एनएच 2 मथुरा हाइवे तथा नेत्रपाल सिंह पिता जगदीश प्रसाद निवासी 156 आनंदवन नवादा आपसे में ठेकेदारी का कार्य करते है।

पिछले कई वर्षों में आपस में लाखों रूपए का ट्रांसजेक्शन होता था जिसमें नरेन्द्र सिंह ने 31 मार्च 2017 को 20 लाख 05 हजार 114 रूपए नेत्रपाल सिंह की फर्म मुस्कान पर बकाया था तथा उक्त 31 मार्च 2018 को 45 लाख 94 हजार 886 रूपए खाते में बकाया था एवं नेत्रपाल के बचते खाते में 3 लाख 15 नेत्रपाल सिंह के बकाया था।

7 अप्रैल 2018 को 8 लाख रूपया कुल मिलाकर 53 लाख 94 886 रूपए और 3 लाख 15 उसके बचत खाते कुल 57 लाख 9 लाख 886 रूपए तीन वर्ष बीतने के बाद भी अनेक बार तकादा करने पर लौटाया नहीं गया। नरेन्द्र सिंह द्वारा कई बार धोखाधड़ी और 420 के नोटिस भेजे लेकिन उसने किसी का जबाव नहीं दिया।

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इसको लेकर विगत वर्ष 2020 मार्च में संभ्रांत पंचायत की गई जिसमें रचित कुलश्रेष्ठ आदि लोग थे इन सभी के कहने पर नेत्रपाल ने लाखों रूपया लौटाने का आश्वासन दिया और फर्म के माध्यम से 12 लाख 50 हजार माल मय बिल के देगा शेष धनराशि खाते में एसडी अंग्रेजी अपठित हस्तांतरित करेगा। मार्च 20 में 3 लाख 26 144 रूपए का सीमेंट व 9 लाख 09 हजार 335 का सरिया आदि व तीन लाख रूपया 26 मार्च 2020 में दो लाख 27 मार्च2020 अदा कर दिया। शेष बकाया 39 74 हजार 397 रूपए बाद दिए जाने का आश्वासन दिया गया। 3 मार्च 2021 को 12 लाख का नया बिल मुझे थमा दिया जिसका सामान मुझे मिला ही नहीं बल्कि मुझसे कहा कि मेरा कोई हिसाब नहीं है जब मैने बकाया रूपयों का ताकादा किया तो उसने अभद्रता करते मारपीट करने पर उतारू हो गया।

नरेन्द्र उर्फ नैन्ना पुत्र निब्बल सिंह रूकमेश आदि लोग आ गए जिन्होंने घटना देखी वादी ने उक्त लोगों के साथ थाना हाइवे पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराने लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। आठ मार्च 21 को रजिस्ट्री द्वारा एसएसपी से शिकायत की गई जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। हार थककर नरेन्द्र सिंह ने न्यायालय की शरण ली, न्यायालय के आदेश पर थाना हाइवे में 29 अगस्त को धारा 420, 406, 467, 468, 452, 323, 504 तथा 506 में रिपोर्ट दर्ज हुई है।

पुलिस आरोपित नेत्रपाल की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। आरोपित ने दूरभाष पर बताया मेरे ऊपर जो आरोप मेरे पार्टनर ने लगाए हैं, वो निराधार एवं असत्य है, मेरे ऊपर पार्टनर का कोई भी लेनदेन नहीं है।

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