नई दिल्ली| शेयर आधारित (इक्विटी) म्यूचुअल फंड में से जुलाई के दौरान 2,480 करोड़ रुपये की निकासी देखी गई। निवेशकों के मुनाफावसूली के चलते चार साल से भी अधिक अवधि में यह इक्विटी म्यूचुअल फंड से पहली निकासी है।
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म्युचुअल फंड कंपनियों के संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) ने सोमवार को कहा कि पिछले महीने म्यूचुअल फंड में कुल 89,813 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। यह जून के 7,265 करोड़ रुपये के शुद्ध निवेश से अधिक है। इसमें अधिकतर निवेश लचीला निवेश रुख रखने वाले या कम अवधि वाले म्यूचुअल फंड में हुआ। आंकड़ों के अनुसार जुलाई में शेयर बाजार में निवेश करने वाले (इक्विटी) म्यूचुअल फंड में से 2,480.35 करोड़ रुपये की निकासी हुई। जबकि जून में इस श्रेणी में 240.55 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। इससे पहले मई महीने में इसमें 5,256 करोड़ रुपये, अप्रैल में 6,213 करोड़ रुपये, मार्च में 11,723 करोड़ रुपये, फरवरी में 10,796 करोड़ रुपये और जनवरी में 7,877 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
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जुलाई महीने में हुई निकासी मार्च 2016 के बाद इस श्रेणी के म्यूचुअल फंड से पहली निकासी है। तब इससे 1,370 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। एएमएफआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन. वेंकटेश ने कहा कि मल्टी कैपिटल और लार्ज कैपिटल इक्विटी म्यूचुअल फंड से निकासी की एक बड़ी वजह निवेशकों का मुनाफा वसूली करना है।