रामपुर (मुजाहिद ख़ान)। बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Choudhary) के कई कार्यक्रम थे। पहला कार्यक्रम उन्होंने आजम खान (Azam Khan) के घर जाकर उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्लाह आजम खान और अदीब आज़म से मुलाकात की। उनके जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश की।
लगभग 1 घंटे से ज़्यादा रुकने के दौरान जयंत चौधरी की आजम खान की पत्नी और बेटे से मुलाकात रही उसके बाद वह बिलासपुर के लिए रवाना हो गए। बिलासपुर में लखीमपुर खीरी के मुख्य गवाह पर जो हमला हुआ था उस के परिवार से मिलने के लिए बिलासपुर रवाना हुए।
आजम खान के परिवार से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए जयंत चौधरी ने कहा रामपुर में मुख्य तौर पर जो लखीमपुर खीरी के मुख्य गवाह थे हरदीप उनके साथ रामपुर में बदसलूकी हुई मारपीट हुई मैं उनसे और उनके परिजनों से मिलने आया हूं। साथ ही जो आज़म खान वरिष्ठ नेता हैं रिस्पेक्टेड नेता है।
इस परिवार के ताल्लुकात मेरे परिवार की तीन पीढ़ियों से हैं आज मैं उनके परिवार में उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म और उनकी पत्नी डॉ तज़ीन फातिमा से मिलने आया हूं। जयंत ने कहा मैं यहां किसी दल या नेता का पक्ष रखने नहीं आया हूं बल्कि मेरी संवेदना इस परिवार के साथ है।
जिस तरीके से इस परिवार को प्रताड़ित किया गया है यह लोग हिम्मत वाले हैं और लड़ते रहे। कहा आज़म ख़ान को लेकर उनके परिवार से काफी बातचीत हुई उनके स्वास्थ्य को लेकर मेदांता में उन्हें जो सुविधाएं मिली वो प्रशासनिक तौर से राहत के तौर पर मिलनी चाहिए थी। और जो उनके मुकदमे चल रहे हैं और उनकी जमानत रिजर्व हो चुकी है बावजूद इसके जिस गति से सुनवाई होनी चाहिए थी उस गति से नहीं हो पा रही है।
आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, विश्वविद्यालय की जमीन सरकार को नहीं लौटानी होगी
वहीं आजम खान के समर्थकों में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ आक्रोश पर जयंत चौधरी ने कहा लोकतंत्र में होता है अलग-अलग राय होती हैं एक दल में भी अलग-अलग राय हो सकती हैं यही लोकतंत्र की अच्छाई है और लोकतंत्र के जीवित होने का प्रमाण है। जयंत चौधरी ने कहा मैं इतना ही कहूंगा कि मेरी संवेदनाएं इस परिवार के साथ हैं चौधरी अजीत सिंह आजम खान साहब की बहुत इज्जत करते थे।
योगी सरकार के बुल्डोजर के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा यह गैरकानूनी है यह गैर संवैधानिक है इसका कानून में कोई आधार नहीं है, आमानवीय है अगर कोई अपराधी है उसने कोई क्राइम किया है तो उसके खिलाफ सिस्टम के तहत कार्रवाई होना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोज़र पर लगाई ब्रेक, दिया ये आदेश
मंदिर मस्जिद के लाउड स्पीकर की सियासत पर जयंत चौधरी ने कहा सियासत किस ओर चल रही है ये आप सब लोग देख रहे हैं हर त्यौहार को एक खराब वातावरण में तब्दील कर दिया गया है। जो त्यौहार आपस में मनाने के होते थे,जो त्यौहार भाईचारा बनाए रखने के लिए होते थे एक मोहल्ले के लोग दूसरे मोहल्ले में जाकर मिठाई बांटते थे आज तलवार लेकर जा रहे हैं।
नौजवानों को भी सोचना चाहिए नौजवानों की सेना में भर्ती नहीं हो रही है सभी सरकारी सेवाएं चौपट हैं, महंगाई का आलम है, बेरोजगारी का आलम है, इन सवालों को लेकर इसकी समस्या के विरोध में नौजवानों को सड़को पर आना चाहिए। इसके बाद जयंत चौधरी काफिले के साथ बिलासपुर के लिए रवाना हो गए।