चार साल पुरानी प्रेम कहानी जाति की सूली पर लटक खुदकुशी को विवश हो गई। उन्नाव के कोरारी कला गांव में एक युवती ने फांसी लगा कर जान दे दी। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हैंगिग से मौत की पुष्टि की है।
अचलगंज क्षेत्र के कोरारी कला गांव में पांच साल पहले एक प्रेम कहानी शुरू हुई। मोनी और निर्मल की। मोनी साहू परिवार की थी और निर्मल दलित है। दोनों शादी करना चाहते थे पर युवती के परिजन तैयार नहीं थे। 2016 में मोनी और निर्मल घर से चले गए। मोनी के घरवालों ने गुमशुदगी दर्ज करा दी। कुछ दिन बाद दोनों शादी कर गांव लौट आए। दो बालिग थे, इसलिए पुलिस ने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। इस शादी से मायके वाले संतुष्ट नहीं थे। मोनी का मायके आना जाना बंद हो गया था। मायके ने मोनी से रिश्ता तोड़ दिया।
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निर्मल और मोनी चार साल से साथ ही रहे थे। सोमवार रात मोनी ने फंसी लगा कर जान दे दी। इससे पहले उसने दो वीडियो, 1:58 मिनट और 20 सेकेंड के बनाए। वीडियो संदेश में उसने बताया कि उसके ससुराल वाले बहुत अच्छे हैं। उन्होंने उसका बहुत ख्याल रखा। मायके वालों पर नाराजगी जाहिर की। मायके में बुआ और भाई समेत चार लोगों की मौत हो गई पर उसे किसी ने देखने तक नहीं बुलाया। वीडियो में उसने कहा- ससुराल में बेपनाह प्यार मिला। मायके से कोई मेरी लाश भी देखने न आए। खुदकुशी की जानकारी पर पुलिस ने छानबीन की तो मोनी का मोबाइल मिला। उसमें आत्महत्या से पहले बनाया गया वीडियो संदेश मिला।
हाय, अपनी मर्जी से सुसाइड कर रही हूं
हाय मैं सुसाइड अपनी मर्जी से करने जा रही हूं। इसमें किसी का कोई हाथ नहीं है। मेरे मायके में सब बहुत दुखी हैं मुझसे, मेरी शादी से। इसलिए मुझसे सभी दुश्मनी निभा रहे हैं। चलिए ठीक है, कोई बात नहीं। आप सभी खुशी से रहिए और मैं एक बात कहना चाहती हूं कि मेरे ससुराल वालों को कुछ मत कहना। क्योंकि वह बहुत अच्छे हैं। उन्होंने मेरा बहुत ख्याल रखा है। मुझे समझाया ही है। क्या करूं? मैं जानती हूं मैं गलत कर रहीं हूं। मैं थक चुकी हूं। मैं चाहतीं हूं कि मेरे मायके वालों को न कुछ हो न ससुराल वालों को कुछ हो।
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मेरे ससुराल वालों को कुछ होना नहीं चाहिए। आप लोगों ने रिश्ता मुझसे तोड़ ही लिया है। मैं आप लोगों के लिए मर ही चुकी हूं। तो आप लोगों का कोई हक नहीं बनता है कि मेरे ससुराल वालों को कुछ करें। मैं तो यही कहूंगी कि आप लोग मुझे देखने तक मत आइएगा। क्योंकि घर में चार लोग एक्सपायर हो चुके हैं। जैसे मैं तड़पी हूं देखने के लिए, सभी को आप लोगों ने मुझसे बात तक नहीं की। मुझे देखने का हक आपको नहीं है।
मैं जैसी भी हूं ठीक हूं अपनी खुशी से जा रहीं हूं। आप लोग खुश रहिए और मेरे ससुराल वालों को भी खुश रहने दीजिएगा। मेरा बच्चा, बहुत तकलीफ होगी आपको, आप शायद यह सह भी न पाओ। बाय, मम्मी लोग इनका ख्याल रखना संभालना। मैं जानती हूं गलत कर रहीं हूं। सब लोग अच्छे से रहना। आई लव यू सब लोग अच्छे से रहना। बाय.. बाय..