नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआई के हाथों गिरफ्तारी के बाद कोलकाता के प्रेसिडेंसी जेल में बंद ममता कैबिनेट के एक और मंत्री फिरहाद हकीम की तबीयत बिगड़ गई है। मंगलवार दोपहर से उन्हें लगातार बुखार आ रहा है। जेल में उन्हें पेरासिटामोल दिया गया है। उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को सीबीआई की टीम ने सेंट्रल फोर्स की टीम को साथ लेकर राज्य के परिवहन मंत्री हकीम, पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल के विधायक और पूर्व मंत्री मदन मित्रा तथा कोलकाता के पूर्व मेयर व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया था। इनकी गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई दफ्तर में जाकर छह घंटे तक धरने पर बैठी रही। बाद में निचली अदालत ने इन्हें जमानत दे दी थी लेकिन हाईकोर्ट ने उस पर तत्काल स्टे लगा दिया था और बुधवार तक इन्हें जेल में रखने का आदेश दिया था।
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सोमवार देर रात चारों को प्रेसिडेंसी जेल में शिफ्ट कर दिया गया था लेकिन वहां जाते ही शोभन चटर्जी, मदन मित्रा और सुब्रत मुखर्जी ने तबीयत खराब होने की शिकायत की। तीनों को एसएसकेएम अस्पताल लाया गया जहां शोभन और मदन को भर्ती कर लिया गया। सुब्रत मुखर्जी ने जांच कराने से मना कर दिया था और वापस लौट आए थे लेकिन मंगलवार तड़के उनकी भी तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें भी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था।
अब मंत्री हकीम की भी तबीयत बिगड़ गई है। हालांकि उन्होंने खुद ही एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती होने से मना किया है और जेल प्रबंधन के सामने इच्छा व्यक्त की है कि जेल अस्पताल में ही उनकी चिकित्सा की जाए।
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जमानत में मिलेगी मदद
हालांकि इनकी गिरफ्तारी के बाद चारों नेताओं की तबीयत बिगड़ने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि जेल में बंद इन चारों नेताओं की तबीयत बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य के आधार पर इन्हें आसानी से जमानत मिल सकती है। आज यानी बुधवार को ही इनकी जमानत पर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की पीठ में सुनवाई होनी है।