मुज़फ्फरनगर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में सपा और रालोद गठबंधन (SP-RLD Alliance) प्रत्याशियों को खुला समर्थन देने के बाद किसान नेता नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने अब पलटी मार ली है। किसान नेता नरेश टिकैत ने अपने पिछले बयान से पलटते हुए कहा है कि हम चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं कर रहे हैं।
यही नहीं अपने पिछले बयान को गलती बताते हुए उन्होंने रविवार शाम को कहा कि हम कुछ ज्यादा ही बोल पड़े थे, जो गलत था। टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ही सर्वोपरि है और यदि हम उससे अलग जाते हैं तो फिर वे हमें बाहर भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहा तो पहले से ही हर पार्टी का आदमी आता रहता है। कल गठबंधन प्रत्याशी राजपाल बालियान भी आते थे वो किसान भवन में आये थे हम तो सभी को अपना आशीर्वाद देते है। उसमे कोई समर्थन वाली बात नहीं है। थोड़ी घनी बातचीत हमारे मुंह से निकल गयी होगी। हमें मालूम नहीं था की संयुक्त किसान मोर्चे का किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन देने पर पाबंदी है। टिकैत ने कहा कि इसलिए हमारा किसी को कोई समर्थन नहीं है। हमारा तो सभी को आशीर्वाद है।
आशीर्वाद तो पहले से महेंद्र सिंह टिकैत भी देते आये है। नरेश टिकैत से सवाल किया गया था कि कल गठबंधन प्रत्याशी आपके पास आए थे, उन्हें आपने किस तरह का आशीर्वाद और समर्थन दिया। इस पर नरेश टिकैत ने कहा, ‘हमारे पास तो कोई आ नहीं रहा। लेकिन कल महागठबंधन वाले आए थे। किसान भवन में लोग जुटे थे, लेकिन कल हम ज्यादा बोल पड़े।
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संयुक्त किसान मोर्चा सर्वोपरि है, हमारी ओर से किसी को भी समर्थन नहीं है। किसी भी दल का कोई भी नेता आएगा तो हम उसे आशीर्वाद देंगे। यहां आकर कोई भी वोट मांगने की बात न करे। वोट मांगने की बजाय लोग आशीर्वाद लेने के लिए आएं। यहां आएं लोग आशीर्वाद लें और चुनाव लड़ें। हम किसी भी अनदेखी नहीं करेंगे।’
इससे पहले 2014 के चुनाव में भाजपा को समर्थन दिए जाने को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि उस समय़ तो उनकी लहर चल रही थी, लेकिन अब दूसरा मामला है। 13 महीने तक हमारा आंदोलन चला है और अब संयुक्त मोर्चा सर्वोपरि है। यदि हम अलग जाएंगे तो वे हमें भी निकाल देंगे। बीजेपी के प्रत्याशियों के आने पर क्या करेंगे, इस सवाल पर नरेश टिकैत ने कहा कि यदि वे आते हैं तो उनका भी हम स्वागत करेंगे। चाय-पानी की व्यवस्था करेंगे। भाजपा के कैंडिडेट हमारे दुश्मन थोड़ी हैं। पहले भी आते ही रहे हैं।