मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ बीएमसी की कार्रवाई को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने गैर जरूरी बताया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत का नाम लिए बिना कहा कि उनके बयानों को अनुचित महत्व दिया जा रहा है। पवार ने कहा कि लोग उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि इस सप्ताह के शुरू में मिली धमकी को वह गंभीरता से नहीं लेते हैं।
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पवार ने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई के लोगों को राज्य और नगर की पुलिस के काम के संबंध में वर्षों का अनुभव है। उन्होंने कहा, वे (लोग) पुलिस के काम को जानते हैं। इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है कि कोई क्या कहता है।
हाल ही में मिली धमकी के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, मुझे अभी-अभी धमकी भरे कॉल का रिकॉर्ड दिया गया है और कॉल कहां से किए गए थे। विगत में भी मुझे कॉल आए हैं। हम इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं।
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एनसीपी से पहले भाजपा भी कंगना के खिलाफ कार्रवाई को गैर जरूरी करार दे चुकी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। वहीं, बीएमसी पर शिवसेना का कब्जा है।
कंगना रनौत के वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि बीएमसी द्वारा दिया गया नोटिस अवैध है और वे अवैध रूप से परिसर में दाखिल हुए। परिसर में कोई काम नहीं चल रहा था। कंगना के वकील ने कहा कि बीएमसी इमारत को उनके जवाब को अस्वीकर करने से पहले ही तोड़ने के लिए तैयार थी।