सीतापुर। शनिवार को गांधी एवं शास्त्री जयंती समारोह पूरे जनपद में परंपरागत ढंग से मनाया गया। इस मौके पर गांधी जी के जीवन-मूल्यों व आदर्शों पर आधारित धर्म, जाति रंग आदि भेदभावों को मिटाकर निर्बल वर्ग के कल्याण संबंधी अन्त्योदय की उनकी अवधारणा, भावनात्मक एकता तथा प्रगति के मार्ग पर अबाध गति से अग्रसर होने का सभी ने संकल्प लिया।
कलेक्ट्रेट सीतापुर में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। डीएम विशाल भारद्वाज ने महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों का अनावरण एवं माल्यार्पण किया। इसके उपरांत एडीएम वित्त एवं राजस्व राम भरत तिवारी, एडीएम न्यायिक हरिशंकर लाल शुक्ला, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट शिशिर कुमार आदि अधिकारियों व कर्मचारियों ने माल्यार्पण किया।
सेवानिवृत्त अपर जिला बचत अधिकारी विपिन चन्द्र वर्मा ‘‘श्याम जी‘‘ एवं उनकी टीम तथा बच्चों के द्वारा कलेक्ट्रेट में रामधुन भजनों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मनमोहक प्रस्तुतीकरण भी किया गया। डीएम ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवनारायण लाल शर्मा को सम्मानित किया। साथ ही स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी के संघर्षों एवं योगदान को याद किया। डीएम ने कहा कि बापू का अन्त्योदय, जो अन्तिम व्यक्ति के कल्याण की बात करता है एवं सर्वाेदय, जो सभी के कल्याण की कामना करता है।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने गांधी और शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित कर किया नमन
वर्तमान के भारत का यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक लक्ष्य होना चाहिये, महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि वर्तमान समय भी हिंसा किसी न किसी रूप में आज भी समाज में व्याप्त है, जब तक यह किसी न किसी रूप में प्रकट होती रहेगी, गांधी जी की अंहिसा का विचार न केवल भारत बल्कि विश्व के लिये प्रासंगिक बना रहेगा। डीएम ने लघु एवं कुटीर उद्योग, बुनाई, कताई, शिक्षा के साथ ही विकास के आधुनिक पैमानों को अपनाते हुये स्मार्ट गांव की ओर बढने का संदेश भी दिया।
देश के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने आजादी के बाद अपने प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान तात्कालिक विषम परिस्थितियों में अदम्य साहस और अपने कुशल नेतृत्व का परिचय दिया। उनके ‘‘जय जवान, जय किसान‘‘ के नारे ने युद्ध लड़ रहे जवानों (1965 का युद्ध) एवं अकाल की स्थिति में किसानों को देश हित हेतु अदम्य साहस एवं संघर्ष हेतु प्रेरित किया।