उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि देश को स्वच्छता एवं समर्पण के साथ शिक्षा,स्वास्थ्य और स्वालंबन पर बल देने की जरूरत है।
श्रीमती पटेल ने यहां बरतारा गांव में स्थित विनोबा सेवा आश्रम के 40वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित आशीर्वाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होने विनोबा जी की प्रतिमा के समक्ष अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उसके बाद आश्रम की ही गौशाला में पहुंचकर गायों की भी सेवा की । इसके अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आश्रम में ही किसान महिलाओं के द्वारा सजाए गए विभिन्न प्रकार के स्टालों का भी निरीक्षण किया और महिला किसानों और किसान उत्पाद संगठनों के प्रतिनिधियों एवं टीबी रोगियों से भी मुलाकात की।
उन्होने कहा कि समाज को आज नई दिशा देने की आवश्यकता है। समाज के लाचार बेसहारा,बुजुर्ग,बच्चे,अशिक्षित कुपोषित लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा जो कार्य किया जा रहे हैं वह अभूतपूर्व हैं। उन्हे बिनोवा भावे के आदर्शों के मूल्यांकन पर जोर दिया जाना चाहिए।
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राज्यपाल ने समाज सेवा से जुड़े विभिन्न संस्थाओं द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे कार्य करने से समाज में जो संदेश जाता है,वह जनजागृति का कार्य करता है। आज देश के प्रधानमंत्री ने जब स्वयं हाथ में झाड़ू पकड़ी तब पूरा देश अपने मुखिया के पीछे चल पड़ा। स्वच्छता अभियान आज देश में जनजागृति अभियान के तहत स्थापित हुआ है। उन्होंने विनोवा सेवा आश्रम द्वारा केजी से पीजी तक चलाए जा रहे हैं। शिक्षा अभियान की सराहना करते हुए संस्थान के अधिष्ठाता रमेश भैया को बधाई दी।
उन्होंने अपने संबोधन के दौरान देश में स्वच्छता सेवा समर्पण के साथ ही शिक्षा स्वास्थ्य और स्वावलंबन पर जोर देने का आग्रह भी किया।