नई दिल्ली। नेल्सन मंडेला, इस एक नाम ने ही दुनिया के कई युवाओं को अपनी जिंदगी से प्रभावित किया और आज भी जब वह हमारे बीच नहीं हैं, उनकी जिंदगी हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनी हुई है। 18 जुलाई 1918 में दक्षिण अफ्रीका के वेज़ो में जन्मे नेल्सन मंडेला की आज 100वां जन्मदिन है और इस मौके पर दुनियाभर के लोग उन्हें याद कर रहे हैं।
नेल्सन मंडेला महात्मा गांधी से थे काफी प्रभावित
मंडेला जो की महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थे, साउथ अफ्रीका के पहले अश्वते राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने अश्वेत समाज और उस वर्ग के लिए लड़ाई लड़ी थी, जिसे दबाया जाता था। उन्होंने सिर्फ अफ्रीकी महाद्वीप को ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे हिस्सों को भी स्वतंत्रता की भावना से भर दिया था। मंडेला की जिंदगी को या फिर उनकी कही हुई बातों को किसी भी देश की सीमा में कैद करके नहीं रखा जा सकता । वह कई सदियों बाद भी एक ऐसे नेता के तौर पर सामने आए थे जिन्हें लोग फॉलो करना चाहते थे।
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अमेरिका ने डाला था मंडेला को आतंकवादियों की लिस्ट में
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बताया था की वह अपनी जिंदगी में मंडेला की कहीं हुई बातों को उतारने की हर पल कोशिश करते रहते हैं। लेकिन आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि इतने प्रभावशाली नेता मंडेला को अमेरिका ने आतंकवादियों की लिस्ट में डाला हुआ था।
मंडेला की जिंदिगी के 5 फैक्ट्स
उनकी जिंदगी के साथ इसी तरह के कई किस्से जुड़े हुए हैं। तो आज उनके 100वें जन्मदिन पर आपको उनकी जिंदगी के कुछ इसी तरह के खास और रोचक किस्सों के बारे में बताते हैं।
- 1941 में 23 साल की उम्र में जब उनकी शादी कराई जा रही थी, तब मंडेला सब कुछ छोड़ कर जोहानिसबर्ग भाग गए थे। दो साल बाद वो अफ्रीकानेर विटवाटरस्रांड विश्वविद्यालय में वकालत की पढ़ाई करने लगे, जहां उनकी मुलाकात सभी नस्लों और पृष्टभूमि के लोगों से हुई। इस बीच वह उदारवादी, कट्टरपंथी और अफ्रीकी विचारधाराओं के संपर्क में आए, साथ ही उन्होंने नस्लभेद और भेदभाव को भी महसूस किया, जिससे उनके अंदर राजनीति के प्रति उनमें जुनून पैदा हुआ था।
- 1944 में एवेलिन मैसे के साथ उनकी पहली शादी हुई, जिनसे उनके चार बच्चे हुए। लेकिन 1958 में ही दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद मंडेला ने वकालत शुरू कर दी और 1952 में ओलिवर टांबो के साथ मिलकर देश के पहले अश्वेत वकालत संस्था की शुरुआत करी।
- 1956 में 155 अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मंडेला पर देशद्रोह का मामला चला था, लेकिन चार साल की सुनवाई के बाद उनके खिलाफ लगे सभी आरोपों को हटा लिए गए था। 1958 में मंडेला ने विनी मादीकीजेला से शादी करी, जिन्होंने बाद में अपने पति को कैद से रिहा कराने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- मंडेला महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों, विशेषकर वकालत के दिनों में दक्षिण अफ्रीका के उनके आंदोलनों से काफी प्रेरित थे। मंडेला ने भी हिंसा पर आधारित रंगभेदी शासन के खिलाफ अहिंसा के माध्यम से ही संघर्ष किया। 95-वर्षीय मंडेला का भारत में बहुत सम्मान है। 1990 में उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया था।
- नेल्सन मंडेला का नाम अमेरिका की टेरर वॉच लिस्ट में भी रहा है। फिर साल 2008 में जब बराक ओबामा अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने, तो उन्होंने उनका नाम इस लिस्ट से हटा दिया। उन्ही के साथ अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के कुछ सदस्यों को भी अमेरिका ने इस लिस्ट में डाल रखा था। ऐसा इसलिए था क्योंकि अमेरिका मानता था कि रंगभेद नीति के खिलाफ मंडेला और अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस की लड़ाई एक आतंकी लड़ाई है।
नेल्सन मंडेला के अदभुत तस्वीर का देखें वीडियो :