इस समय कोलंबिया (Colombia) कांप रहा है. क्योंकि उसका सबसे खतरनाक ज्वालामुखी (Volcano) लगातार गरज रहा है. नेवादो दे रुईज ज्वालामुखी (Nevado de Ruiz Volcano) के अंदर लगातार हो रही लावे की हलचल से भूकंप आ रहे हैं. आसपास का इलाका रह-रहकर कांपने लगता है. इस वजह से स्थानीय प्रशासन और वैज्ञानिकों ने खतरे का अलर्ट बढ़ाकर ऑरेंज कर दिया है.
ऑरेंज अलर्ट का मतलब होता है कि यह ज्वालामुखी (Volcano) किसी भी समय फट सकता है. इसलिए लोगों को आसपास से किसी भी समय अचानक हटने को तैयार रहने के लिए कहा गया है. साथ ही उस ज्वालामुखी के आसपास जाने से मना किया है. ज्वालामुखी के आसपास भूकंपीय गतिविधियां 24 मार्च से बढ़ती चली जा रही हैं.
यह ज्वालामुखी (Nevado de Ruiz Volcano) काल्डास और तोलिमा इलाके की सीमा पर स्थित है. कोलंबियन जियोलॉजिकल सर्विस के मुताबिक अगले कुछ दिन या हफ्तों में इस ज्वालामुखी में विस्फोट हो सकता है. यह एक स्ट्रैटोवॉल्कैनो या कंपोजिट ज्वालमुखी है. कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने ट्विटर पर लिखा कि ज्वालामुखी के आसपास के इलाकों के मेयर आपातकालीन व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद कर लें.
इंडोनेशिया-इटली के ज्वालामुखी (Volcano) जितना खतरनाक
नेवादो दे रुईज ज्वालामुखी (Nevado de Ruiz Volcano) स्ट्रैटोवॉल्कैनो है. यानी अत्यधिक खतरनाक. क्योंकि इससे पहले इंडोनेशिया में 1883 में क्राकाटोआ और 70एडी में इटली के पोम्पेई में वेसुवियस ज्वालामुखी फटे थे. जो भयानक बर्बादी लेकर आए थे. ये दोनों ज्वालामुखी भी स्ट्रैटोवॉल्कैनो हैं.
1985 के विस्फोट में मारे गए थे 25 हजार लोग
कोलंबिया के नेवादो दे रुईज ज्वालामुखी (Nevado de Ruiz Volcano) इससे पहले 1985 में फटा था. इसकी गर्मी और लावे की वजह से भारी मात्रा में बर्फ पिघली थी. जिससे बाढ़ आ गई थी. फ्लैश फ्लड से पत्थर बहते हुए निचले इलाकों में आए थे. जिससे करीब 25 हजार लोगों की मौत हो गई थी. यह दुनिया का चौथा सबसे भयानक ज्वालामुखी विस्फोट था. जिससे इतने मारे गए.