इस बार 19 अगस्त को हरियाली तीज (Hariyali Teej) का त्योहार मनाया जाने वाला है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। वहीं, अविवाहित युवतियां अच्छा वर पाने के लिए इस दिन भगवान शिव की पूजा करती हैं। हरियाली तीज के दिन कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है। कहा जाता है कि हरियाली तीज के दिन इन नियमों का पालन न किया जाए तो व्रत का फल नहीं मिलता।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) व्रत नियम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हरियाली तीज के दिन महिलाओं को हरे रंग की साड़ी, चूड़ियां और मेहंदी लगाना चाहिए। हरे रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। इस दिन महिलाओं को सोलह श्रृंगार करना चाहिए।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) का व्रत 24 घंटे के लिए रखा जाता है, इसलिए यह व्रत 19 अगस्त के सूर्योदय से लेकर 20 अगस्त को सूर्योदय तक रखा जाएगा।
हरियाली तीज का व्रत, कथा के बिना अधूरा माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा के बाद व्रत कथा जरूर पढ़ें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हरियाली तीज (Hariyali Teej) के दिन मां पार्वती की पूजा करते समय सुहाग का सामान यानी श्रृंगार सामग्री जैसे साड़ी,
हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं पूजा के बाद मां पार्वती को चढ़ाया हुआ सिंदूर अपनी मांग में भरें। साथ ही पति की लंबी उम्र के लिए कामना करें। इस दिन सुहागिनें अपनी सास को सुहाग का सामना जरूर भेंट करें।
इन बातों का रखें ध्यान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हरियाली तीज के दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को सोना नहीं चाहिए। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करना चाहिए।
हरियाली तीज के दिन घर में किसी के साथ लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। सभी के साथ प्रेम पूर्वक रहना चाहिए।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) वाले दिन भूलकर भई काले या सफेद वस्त्र का उपयोग नहीं करना चाहिए। हो सके तो सिर्फ हरे रंग का ही उपयोग करें।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) के दिन अगर कोई कुछ जरूरतमंद आपसे कुछ खाने या दान को मांगे, तो उसे खाली हाथ न जाने दें।