बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के एंबुलेंस केस में एक और नया खुलासा हुआ है। बाराबंकी पुलिस को शक है कि जिस एंबुलेंस में मुख्तार घूमता था, उसे गायब कर डमी एंबुलेंस लावारिस हालत में छोड़ दी गई है। इसके साथ ही एंबुलेंस से अहम सबूत मिटा दिए गए हैं। अब पुलिस एंबुलेंस की गहनता से जांच कर रही है।
पंजाब के रोपड़ में एक ढाबे पर लावारिस हालत में मिली एंबुलेंस UP 41 AT 7171 बाराबंकी पहुंच गई है। बाराबंकी पुलिस की टीम रोपड़ से एंबुलेंस को लेकर पहुंची। अब पुलिस व परिवहन विभाग के एक्सपर्ट से टेक्निकल रिव्यू करवाया जाएगा। एंबुलेंस के बुलेट प्रूफ बनाने की पुष्टि के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद ली जाएगी।
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आरटीओ विभाग एम्बुलेंस के इंजन व चेचिस नम्बर का भी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट से मिलान करेगा। फिलहाल, बाराबंकी पुलिस लाइन में एंबुलेंस खड़ी है। इससे पहले बाराबंकी के कोतवाली नगर में दर्ज मुकदमे में मुख्तार अंसारी को साजिश और जालसाजी का आरोपी बनाया गया। मुकदमे में जालसाजी के साथ-साथ मुख्तार को 120 बी का भी अभियुक्त पुलिस बनाएगी।
बता दें कि ये एंबुलेंस पंजाब की रोपड़ जेल से 15 किलोमीटर दूर एक ढाबे पर खड़ी मिली थी। इस एंबुलेंस का इस्तेमाल मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने के लिए किया गया था। इस एंबुलेंस को लेकर विवाद इसलिए खड़ा हुआ क्योंकि ये सरकारी एंबुलेंस नहीं थी, बल्कि एक निजी एंबुलेंस थी। इस एंबुलेंस की जांच के लिए एसआईटी भी गठित हो चुकी है।
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यही एंबुलेंस पंजाब के रोपड़ के पास एक ढाबे पर मिली है। मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस के मामले की जांच के लिए रविवार को ही बाराबंकी पुलिस रोपड़ पहुंची थी। यूपी पुलिस के आने से पहले ही अंसारी के गुर्गे उस एंबलेंस को खुर्द-बुर्द करने में लग गए थे, लेकिन पुलिस की सूचना पाते ही वो ढाबे पर ही एंबुलेंस को लावारिस हालत में छोड़कर भाग गए।
बाराबंकी एआरटीओ पंकज सिंह ने मऊ की अस्पताल संचालिका डॉ.अल्का राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस बीच मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा लाने के लिए पुलिस टीम पहुंच गई है। सीओ के नेतृत्व में दस गाड़ियों का काफिला पहुंचा है। अभी सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।