लखनऊ। लखनऊ पब्लिक कॉलेज ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज ने नई शिक्षा नीति 2020: परिप्रेक्ष्य, चुनौतियां और उच्च शिक्षा पर नीति की सिफारिश पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इस विषय पर बोलने वाले प्रमुख स्पीकर्स में ख्वाज़ा मोईनुद्दीन चिश्ती अरबी फारसी उर्दू विश्विद्यालय के पूर्व वाईस चांसलर डॉ. अनीस अंसारी ने कहा कि यूं तो यह एक बेहतरीन नीति है, लेकिन इसका कार्यान्वन किस प्रकार और कितना प्रभावी तरीके से होता है, इसी से इस नीति की दक्षता को परखा जा सकता है ।
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सिडबी लखनऊ के जनरल मैनेजर, डॉ. विवेक मल्होत्रा ने कहा कि यह नीति बेहतर और कुशल नागरिकों को विकसित करेगी जो देश के भविष्य के लिए एक बेहतर कदम है। मनोविज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय की विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर मधुरिमा प्रधान ने इस नीति के मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो. वीसी रह चुके प्रोफेसर ए के सेनगुप्ता ने कहा कि सरकार को इस नीति में भर्ती की प्रक्रिया को और भी अधिक पारदर्शी बनाना चाहिए ।
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शोध और विकास कार्यों पर अधिक जोर देते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के जियोलॉजी के प्रोफेसर एस. सेन शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति में सरकार को चाहिए कि वो गुणात्मक अकादमिक शोध को अधिक महत्व दे। ताकि दुनिया के बेहतरीन उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत की एक अलग पहचान हो।
इनके साथ ही अन्य वक्ताओं में एमिटी बिज़नेस स्कूल की प्रोफेसर डॉ. अल्पना श्रीवास्तव, श्री जेएनएमपीजी की डॉ. रश्मि सोनी भी मौजूद रहे। सभी वक्ताओं ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत दिए गये विभिन्न अंगो पर चर्चा की। इस वेबिनार में लखनऊ पब्लिक स्कूल्स और कॉलेजेस की डायरेक्टर गरिमा सिंह भी मौजूद रहीं। वेबिनार में स्वागत संबोधन और धन्यवाद ज्ञापन डीन डॉ. एल एस अवस्थी ने किया।